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मूसलाधार बारिश से खलारी एवं पिपरवार क्षेत्र में तबाही,रेलवे ट्रैक धंसा, ट्रेनों का संचालन बाधित।।

मूसलाधार बारिश से खलारी एवं पिपरवार क्षेत्र में तबाही,रेलवे ट्रैक धंसा, ट्रेनों का संचालन बाधित।।

पोल संख्या 152/02 से 155/05 तक धंसी मिट्टी, कोयला ढुलाई व ग्रामीण आवागमन पर भी पड़ा असर

संवाददाता/राशीद अंसारी खलारी

खलारी। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने खलारी कोयलांचल क्षेत्र में जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। जहां एक ओर गांवों में पानी भरने और कच्चे मकानों के ढहने की घटनाएं सामने आ रही हैं, वहीं रेलवे और कोयला ढुलाई जैसे महत्वपूर्ण परिचालन भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। सबसे बड़ी घटना राय रेलवे स्टेशन के समीप बरवाडीह-बरकाकाना रेलखंड पर घटी, जहां पश्चिमी केबिन से महज 300 मीटर की दूरी पर पोल संख्या 152/02 से 155/05 के बीच लगभग 1000 फीट लंबी मिट्टी धंस गई है, जिससे रेलवे ट्रैक खतरे की स्थिति में आ गया है। इसके चलते इस मार्ग पर चलने वाली यात्री और मालगाड़ियाँ प्रभावित हुई हैं। इस संबंध मे टीआई उमेश कुमार ने बताया कि  “बारिश रुकने के बाद ही मरम्मत कार्य संभव होगा। फिलहाल एहतियातन सिंगल ट्रैक से ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है।”

वहीं, कोयला ढुलाई पर भी बारिश का व्यापक असर पड़ा है। अशोक परियोजना से आरसीएम साइडिंग तक की कोयला आपूर्ति बाधित हो गई है क्योंकि सपही नदी पर बना छलटा पुल बह गया है। गुरुवार की सुबह दामोदर और सपही नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि के बाद छलटा और टेढ़ी पुल पर पानी बहने लगा, जिससे इन मार्गों से आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। बचरा रेलवे पुल और बचरा बस्ती रेलवे पुल पर भी पानी का बहाव तेज हो गया, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इधर अशोक कोयला खदान की हॉल रोड पर कीचड़ और फिसल के कारण कोल परिवहन ठप है। भारी मशीनों का संचालन भी रोक दिया गया है। हालांकि इस बारिश से भीषण गर्मी से राहत जरूर मिली है। खेतों में नमी आने से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं, और अब वे खरीफ फसल की तैयारी में लग गए हैं।

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