
रणथंभौर की चर्चित बाघिन एरोहेड आज जंगल में मृत मिली। एरोहेड की बीमारी के चलते उसके तीनों शावकों की परवरिश मानवीय प्रयासों से हुई और आज तीनो शावक युवा बाघ-बाघिन हो चुके हैं। तीनों के आक्रामक रुख और मानव जीवन पर आघात की घटनाओं से घबराकर प्रशासनिक अमले ने इन्हें रणथंभौर से बाहर का रास्ता दिखाने का निर्णय लिया और नर शावक 2509 को गत सप्ताह धौलपुर करोली, मादा शावक 2508 को दो दिन पहले रामगढ़ विषधारी तथा मादा शावक 2507 को आज मुकुन्दरा टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया गया है। आज इसकी बेटी कनकटी को मुकुन्दरा टाइगर रिजर्व में लेकर रवाना हुए और थोड़ी देर बाद ही मां एरोहेड के मरने की दुखद खबर आयी।