रिपोर्टर- गुलाब यादव
जशपुर।बगीचा जनपद पंचायत के नरेगा में कुछ नाबालिक बच्चों से काम कराने का मामला उजागर हुआ है,बच्चों को कॉपी पेंन की जगह पर थमा दीया गया है फावड़ा,जब ग्रामीणों ने मामला को उजागर किया तो समन्धित व्यक्ति अपना अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं,वहीं अब देखिए ग्राम पंचायत सचिव से मामले की पूछ ताछ किया जाने लगा तो उन्होंने साफ साफ बोल रहे हैं कि उन्हें कोई बता ही नहीं और तो और सचिव साहब ने ये भी कह दिया कि हमारा कोई जिम्मेदारी भी नहीं है,फिर जब समन्धित अधिकारीयों से इस विषय पर चर्चा की गई तो उनका कहना है कि ऐसा नहीं हो सकता है अगर हुआ होगा तो जांच करूँगा,अब ये भी जान लीजिए जांच करने का बात को लेकर एक बार तीन साल पहले ठीक ऐसा ही मामला सामने आया था ग्राम पंचायत सुलेसा से तब भी आला अधिकारी ने भी यही कहा था जांच कर कार्यवाही की जाएगी,जांच के बाद बात को बड़ी आसानी से घुमा दे दी गई कि बच्चे वहां पर खेल रहे थे,जब कि वीडियो में साफ साफ दिख रहा था मजदूरों के साथ काम करते हुए नाबालिक बच्चों ने,आज वही बात फिर दोहराया गया है न जाने इस बार कौन सा सफाई दी जा रही है,अब तो देखने वाली बात है,
दरसअल मामला बगीचा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत कवई में नियम को दरकिनार करते हुए नाबालिकों बच्चों से काम कराया जा रहा है,मनरेगा के तहत चल रहे तालाब गहरी करण कार्य में 3 नाबालिक लड़कियां कार्य करते पाई गई,और वहीं मजदूरों का आरोप भी है कि कभी मस्टर रोल में हस्ताक्षर नहीं कराया जाता है न ही कभी इसकी इंट्री जॉब कार्ड में की जाती है जिससे कितना दिन काम किया गया हैं इसका पता भी नहीं चल पाता है,आगे वहां कार्यरत मजदूरों ने यह भी बताया कि सभी मजदूर 5 से 7 सप्ताह कार्य कर चुके हैं लेकिन अभी तक खाते में मजदूरी भुगतान नहीं हुई है,सभी का मजदूरी भुगतान का आज तक नहीं होना संदेह के दायरे में हैं, क्योंकि मस्टर रोल कभी नहीं दिखाया जाता है,नरेगा के किसी भी कार्य में मस्टर रोल कार्य स्थल पर रखा जाता है साथ ही प्रतिदिन हाजरी भरनी होती है।दूसरी सप्ताह में एक दिन मजदूरों के जॉब कार्ड में हाजरी की इंट्री करनी होती है,जिससे उन्हें ये पता चल सके की कितने दिवस कार्य किया गया है,तीसरी सबसे महत्वपूर्ण और अहम बात सप्ताह के अंत में सभी मजदूरों का मस्टर रोल में दस्तखत कराना भी अनिवार्य है,लेकिन यहां तो ऐसा कुछ भी नहीं किया जाता है,
(1)जब मामले को लेकर ग्राम पंचायत सचिव नंदकुमार यादव से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा की मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है न ही हमारी कोई जिम्मेदारी है,कहकर अपना पल्ला झाड़ते नजर आए,
(2)वहीं अब बगीचा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आर. एस. लाल से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा जांच कर कार्यवाही की बात कही है,
(3)अंत में मामले को लेकर जनपद सीईओ प्रमोद सिंह से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए,मैं जांच कराता हूं।