
जागरूकता से बच गए लाखो रुपए
CDO की विदाई समारोह और गिफ्ट देने के लिए सभी सचिवों से चंदा वसूली का प्रोग्राम था लेकिन जागरूकता के कारण वसूली हो नही पाई।आज सारा दिन सभी ब्लॉक के बीडीओ, एडीओ पंचायत, अकाउंटेंट वसूली को लेकर परेशान थे।लेकिन सबको सुबह ही खबर हो गई थी कि अगर किसी ने चंदा लिया तो वही पकड़ा जाएगा इसलिए किसी ने चंदा वसूलने की हिम्मत नही की। कुछ लोगों ने दाएं बाएं करके कुछ लोगों से चंदा वसूल भी लिया लेकिन अब उसको पहुंचाएं कैसे। क्योंकी जिले से की गई डिमांड के हिसाब से तो वह ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर है। कुल 146 सचिव है 10 हजार के हिसाब से चंदा लगा था। हिसाब लगा लीजिए इतना पैसा खर्च कहां होता है। कौन सा बॉर्डर पर शहीद हुए है जिनके लिए चंदा जमा किया जा रहा है अगर कोई चपरासी या अल्पवेतन भोगी हो उसके रिटायरमेंट पर अगर चंदा करके विदाई दी जाए यह तो समझ आता है कि उसकी मदद हो जायेगी।इन जैसे अधिकारियों के स्थानांतरण पर विदाई में इतना चंदा यह तो समझ से बाहर की बात है और चंदा देने वाले पैसा अपने वेतन से नही दे रहे आज चंदा देंगे कल ग्राम पंचायत का खाता खाली करेंगे। अच्छा हुआ इस बार किसी ने जोखिम नहीं उठाया नही तो अगला ठिकाना जेल ही होता।