
कप्तान रोहित शर्मा (52), विराट कोहली (70) और सरफराज खान (नाबाद 70) के शानदार अर्धशतकों से भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन शुक्रवार को जबरदस्त संघर्ष करते हुए अपनी दूसरी पारी में तीन विकेट पर 231 रन बना लिए। भारत को पारी की हार से बचने के लिए अभी 125 रन और बनाने हैं।
तीसरे दिन का खेल समाप्ति की तरफ अग्रसर था और भारत दो विकेट पर 231 रन बनाकर सुखद स्थिति में नजर आ रहा था लेकिन तभी विराट कोहली ग्लेन फिलिप्स की गेंद पर विकेटकीपर टॉम ब्लंडेल के हाथों कैच हो गए। विराट का आउट होना था कि मैदान पर सन्नाटा छा गया। विराट का विकेट नहीं गिरता तो शायद दर्शकों का शोर और उत्साह एक अलग स्तर पर होता। लेकिन अब देखना होगा कि टेस्ट मैच यहां से किस दिशा में आगे जाता है। हालांकि, भारत अभी मैच से बाहर नहीं है क्योंकि अभी उसके 7 विकेट शेष है और बांग्लादेश के खिलाफ सभी ने देखा था कि रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने क्या कमाल दिखाया था। तो, भारत और भारतीय प्रशंसकों को ऐसे ही करिश्मे की उम्मीद होगी
विराट के आउट होते ही तीसरे दिन का खेल समाप्त हो गया। विराट ने 102 गेंदों में 70 रन में 8 चौके और एक छक्का लगाया। स्टंप्स के समय नाबाद बल्लेबाज सरफराज खान ने 78 गेंदों पर नाबाद 70 रन की आक्रामक पारी में 7 चौके और 3 छक्के लगाए। पहली पारी में 356 रन से पिछड़ने के बाद कप्तान रोहित और यशस्वी जायसवाल ने तेज तर्रार शुरुआत करते हुए 17.1 ओवर में 72 रन की ठोस साझेदारी की। पहले कुछ ओवर संभल कर खेलने के बाद दोनों बल्लेबाजों ने रन बनाने में तेजी दिखाई।
जायसवाल 52 गेंदों में 6 चौकों की मदद से 35 रन बनाकर एजाज पटेल का शिकार बने। जायसवाल का कैच भी विकेटकीपर ब्लंडेल ने लपका। रोहित ने विराट के साथ साझेदारी में टीम के स्कोर को 95 तक पहुंचाया। लेकिन पटेल ने रोहित को बोल्ड कर भारत को सबसे बड़ा झटका दिया। रोहित ने 63 गेंदों पर 52 रन में 8 चौके और एक छक्का लगाया।
इससे पहले, रचिन रवींद्र ने टेस्ट क्रिकेट में अपना दूसरा शतक जड़ते हुए शानदार 134 रनों की पारी खेली, जिससे न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 402 रन बनाकर 356 रनों की बड़ी बढ़त हासिल कर ली।
भारत को पहली पारी में मात्र 46 रन पर ढेर करने के बाद न्यूजीलैंड ने दूसरे दिन की समाप्ति तक 3 विकेट पर 180 रन बना लिए थे। शुक्रवार को इस स्कोर से आगे खेलते हुए न्यूजीलैंड ने सुबह के सत्र में 4 विकेट जल्दी-जल्दी गंवाए और उसका स्कोर 7 विकेट पर 233 रन हो गया। लेकिन इसके बाद रचिन को टिम साउदी के रूप में एक अच्छा साझेदार मिला और दोनों ने आठवें विकेट के लिए 137 रन की जबरदस्त साझेदारी की। साउदी ने 73 गेंदों पर 65 रन में 5 चौके और 4 सिक्स लगाए। दूसरे छोर पर रचिन ने जमकर बल्लेबाजी करते हुए 157 गेंदों पर 134 रन में 13 चौके और 4 छक्के लगाए।
रचिन आखिरी बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। रचिन को कुलदीप यादव ने आउट कर अपना तीसरा विकेट लिया। कुलदीप ने 99 रन पर तीन विकेट और रवींद्र जडेजा ने 72 रन पर तीन विकेट हासिल किए। मोहम्मद सिराज को 84 रन पर 2 विकेट मिले। जसप्रीत बुमराह और अश्विन के हिस्से में 1-1 विकेट आया।
हालांकि, न्यूजीलैंड ने सुबह के सत्र में चार विकेट खो दिए, लेकिन रवींद्र, जिनका परिवार बेंगलुरु से है, ने लंच से पहले 11 चौकों और दो छक्कों की मदद से शानदार शतक बनाकर लय हासिल की। शुरुआती झटकों को झेलने के बाद, रवींद्र ने भारतीय स्पिनरों को बेहतरीन तरीके से हैंडल किया और फ्रंट फुट, बैक फुट और डाउन द ग्राउंड शॉट खेलने के लिए शुरुआत में ही लेंथ चुन ली, जबकि क्रीज की गहराई का भी अच्छा इस्तेमाल किया। टिम साउदी, जो कुछ समय पहले न्यूजीलैंड की प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए तैयार नहीं थे, ने रवींद्र का अच्छा साथ दिया और आठवें विकेट के लिए 137 रनों की बड़ी साझेदारी कर न्यूजीलैंड को बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
लंच के पहले के आखिरी चार ओवरों में रचिन और साउदी ने 58 रन ठोक कर न्यूजीलैंड को मैच में 299 रन की बढ़त दिला दी। रवींद्र, जिन्होंने उपमहाद्वीप के दौरे से पहले चेन्नई में सुपर किंग्स अकादमी में अपने कोच श्रीराम कृष्णमूर्ति के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लिया था, ने तीसरे दिन मोहम्मद सिराज की गेंद पर एक बेहतरीन फ्लिक के साथ शुरुआत की, जिन्होंने डेरिल मिशेल को सीधे गली में पंच करके सत्र में भारत के लिए पहला विकेट हासिल किया। टॉम ब्लंडेल कभी भी क्रीज पर आश्वस्त नहीं दिखे और जसप्रीत बुमराह की गेंद पर दूसरी स्लिप में कैच दे बैठे। ग्लेन फिलिप्स ने कुलदीप यादव की गेंद पर चौका और छक्का लगाया, लेकिन रवींद्र जडेजा की सीधी गेंद को चूक गए, जिन्होंने मैट हेनरी को उसी अंदाज में आउट किया।
हालांकि, न्यूजीलैंड ने सुबह के सत्र में चार विकेट खो दिए, लेकिन रवींद्र, जिनका परिवार बेंगलुरु से है, ने लंच से पहले 11 चौकों और दो छक्कों की मदद से शानदार शतक बनाकर लय हासिल की। शुरुआती झटकों को झेलने के बाद, रवींद्र ने भारतीय स्पिनरों को बेहतरीन तरीके से हैंडल किया और फ्रंट फुट, बैक फुट और डाउन द ग्राउंड शॉट खेलने के लिए शुरुआत में ही लेंथ चुन ली, जबकि क्रीज की गहराई का भी अच्छा इस्तेमाल किया। टिम साउदी, जो कुछ समय पहले न्यूजीलैंड की प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए तैयार नहीं थे, ने रवींद्र का अच्छा साथ दिया और आठवें विकेट के लिए 137 रनों की बड़ी साझेदारी कर न्यूजीलैंड को बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।