
राकेश सोनी सीधी मध्यप्रद
● *पुलिस अधिकारियों के लिए किया गया, बेहतर अनुसंधान व दक्षता उन्नयन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन।*
● *पुलिस अधिकारियों ने एनडीपीएस एक्ट के अपराधों की और बेहतर विवेचना के विभिन्न टिप्सों के साथ ही जाना डीजिटल साक्ष्यों की उपयोगिता एवं महत्व।*
सीधी- एनडीपीएस अपराधों में त्वरित कार्यवाही व इनमें वर्तमान के डिजीटल व वैज्ञानिक साक्ष्यों का उपयोग कर, विवेचना को और बेहतर व गुणात्मक तरीके के कर, अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक सीधी डॉ. रविंद्र वर्मा के मार्गदर्शन में आज दिनांक 13.12/2024 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में विवेचको के लिये एनडीपीएस एक्ट के अनुसंधान में दक्षता उन्नयन हेतु एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
उक्त प्रशिक्षण कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीधी अरविंद श्रीवास्तव एवं उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्रीमती गायत्री तिवारी की उपस्थिति में जिले के सभी थानों से आये विवेचको को एनडीपीएस एक्ट के अपराधों की और बेहतर विवेचना तथा डीजिटल साक्ष्यों की उपयोगिता एवं महत्व और अनुसंधान में इनका उपयोग किस प्रकार किया जाए इसके संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।
उक्त प्रशिक्षण में जोनल यूनिट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भोपाल के उप निरीक्षक एम. के. मनी द्वारा वर्तमान के बढ़ते मादक पदार्थो के अपराधों को लेकर, इनकी बेहतर तरीके से विवेचना व अनुसंधान के लिये एनडीपीएस एक्ट 1985 की बारिकियों से सभी विवेचना अधिकारियों को अवगत करवाया। उन्होंने सभी से कहा कि एनडीपीएस एक्ट के अपराधों के अनुसंधान में बहुत ही ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है, तभी हम इनमें लिप्त अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवा पाएंगे।
इनके द्वारा विवेचना अधिकारियों को विभिन्न अपराधों की केस स्टडी के माध्यम से अनुसंधान की बारिकियों का प्रेक्टिकल नॉलेज देकर, प्रशिक्षणार्थियों के कई डाउट्स का बड़े ही रोचक ढंग से निराकरण किया गया।