सिद्धार्थनगर में एसएसबी के जवानों ने मानवता की एक अनूठी मिसाल पेश की। 43वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के मुख्यालय कैंप परिसर के बाहर एक दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को देखते ही जवानों ने तत्काल मदद का हाथ बढ़ाया।
घटना उस समय की है जब जिला अस्पताल में कार्यरत 34 वर्षीय वार्ड बॉय राजदीप पाण्डेय अपनी ड्यूटी से घर लौट रहे थे। ग्राम जीवा, बांसी निवासी राजदीप के पास से एक तेज रफ्तार ट्रक गुजरा, जिससे उनका संतुलन बिगड़ गया और वे
मोटरसाइकिल समेत गिर पड़े।
उप कमांडेंट शक्ति सिंह के नेतृत्व में एसएसबी के जवान तुरंत मौके पर पहुंचे और घायल राजदीप को वाहिनी की एम्बुलेंस से जिला अस्पताल ले गए। चिकित्सकीय जांच में पता चला कि उनके बाएं हाथ की हड्डी टूट गई थी और पैरों में भी गंभीर चोटें आई थीं। समय पर इलाज मिलने से अब उनकी स्थिति स्थिर है।
एसएसबी न केवल सीमाओं की रक्षा करती है, बल्कि मानवीय मूल्यों को भी बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है। यह घटना समाज में भाईचारे और मानवता के संदेश को मजबूत करने का एक जीवंत उदाहरण है।