
सतना : पृथ्वी दिवस के अवसर पर जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत विकासखंड नागौद के ग्राम पंचायत कचलोहा में जल चौपाल एवं श्रमदान कार्यक्रम का आयोजन किया जन अभियान परिषद जिला समन्वयक डॉक्टर राजेश तिवारी के निर्देशन विकासखंड नागौद के विकास खंड समन्वयक अरुण प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में नवाकुर संस्था गाड़ा पार जन कल्याण समिति के द्वारा आयोजित किया गया इस अवसर पर विकासखंड समन्वयक द्वारा जल गंगा संवर्धन विषय पर ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कहा कि हम सबको अपनी चार स्थानों से प्राप्त होता है पठारी क्षेत्र से भूमिगत क्षेत्र से सतही क्षेत्र से एवं ग्लेशियर के माध्यम से और आज इन सभी स्थान पर जल संकट उत्पन्न है हमारे वनों की कटाई दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं और हम वृक्षों की सुरक्षा या लगाने का काम नहीं किया जा रहा इसलिए प्राकृतिक का संतुलन बिगड़ चुका कहीं भयंकर गर्मी बढ़ती है कहीं भूस्खलन हो रहा है कहीं बादल फट रहे हैं समूचे जीव जंतुओं मानव समाज पर संकट के बादल छाए हुए हैं पूर्व जहां 20 से 30 फीट 50 फीट में जल स्तर होता था आज 500 600 700 फीट की भूमिगत पानी हैमिलता है से 40 साल पहले पानी का इतना संकट नहीं था पर आज पानी बोतल में समेट कर रह गया आगामी समय में हम सब पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसेंगे इसलिए हमें जागरूक होने की जरूरत है जल स्रोतों को बचाने की जरूरत है और पानी का दुरुपयोग कम से कम हो हम सब एक गिलास पानी बचाएंगे तो हजारों टन लीटर पानी बचाएंगे अपने आगे आने वाली पीढ़ी के लिए पानी दे संरक्षित कर पाएंगे उदाहरण देते हुए कहा कि मुर्गी के सोने के अंडे की कहानी आप सब में सुना है मुर्गी मार अंडा एक में पाया रो रो के बहुत पछताया हम उस हाल तक न पहुंचे इसलिए पहले ही सचेत हो जाए जल कि एक एक बूंद बूंद बचाने का प्रयास करें जल अमृत है यदि प्यासे को गले में एक बूंद पड़ता है तो वह जीवन दाता के बराबर होता है हम सब जानते हुए पानी का दुरुपयोग कर रहे हैं छोटे-छोटे कामों से हम पानी को कई हजार टन बचा सकते हैं जैसे टोटियों से बूंद बूंद पानी गिरना नहाने में कई बाल्टियों का उपयोग करना कपड़े धोने या अन्य कार्यों में ज्यादा पानी वेस्ट करते हैं देश का महान बल्लेबाज भारत रत्न सचिन तेंदुलकर से सीख लेनी चाहिए कि वह सिर्फ एक बाल्टी पानी का उपयोग नहाने में करते हैं हम सबको अनुकरण करना चाहिए इसलिए हम सब जन समुदाय मिलकर अपने घरों में छोटे-छोटे सोखते गड्ढे निर्माण करें जोड़ दिया जाए और वह भूमिगत कार्यक्रम में महिलाओं ने संकल्प लिया कि हम अपने घरों में छोटे-छोटे सोखते गड्ढे का निर्माण करेंगे और साथ ही ग्राम भ्रमण करके हर घरों में गड्ढे निर्माण करने के लिए प्रयास करेंगे ग्राम पंचायत के उप सरपंच गायत्री कुशवाह ने कहा कि आज से 20 वर्ष पहले हम लोगों ने तालाब नदियों में तैरते थे आज वहां एक-एक बूंद के लिए नदिया, तालाब दम तोड़ रहे हैं हम सबको जागरूक होने की जरूरत है और जल संरक्षण के लिए सभी को कार्य करना चाहिए अर्पण एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष में जल संरक्षण के विषय पर बात रखते हुए कहा की जल ही जीवन है जल नहीं है तो कल नहीं मां कालका जन कल्याण समिति क्या अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने अपने विचार रखें कार्यक्रम में सोनी कपाड़िया रानू बाई कुशवाहा सावित्रीबाई धैर्य रवि परामर्शदाता रीना वर्मा विकास चौधरी केतकी सेन शांति कपाड़िया शिखा ममता रुक्मणी रंजना सेन सुनीता चौधरी नीतू चौधरी सुमित्रा चौधरी राधाबाई रमेश कुशवाहा बालकरण विवेक कपाड़िया मुनि सेन संदीप अन्य जन समुदाय उपस्थित रहे