
पटियाला , 7 मई । ( संजय शर्मा – रिपोर्ट ) मुझे एक बात समझ नहीं आई जब प्रहार सैन्य ठिकानों पर नहीं हुआ तो शवों को पाकिस्तानी झंडे में क्यों लपेटा गया है ? क्या सामान्य लोगों के शव को भी राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा जाता है ? या फिर आतंकवादी ही इनकी आर्मी है । पाकिस्तान की सेना के अफ़सर मौलाना मसूद अजहर के कुनबे के आतंकियों के जनाजे में शामिल हो रही है। आतंकियों की पीठ पर पाकिस्तान की फौज का हाथ है इसका इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है। ।। हिंन्दुस्तान जिंदाबाद ।।