
गाज़ियाबाद: बिना वारंट और महिला पुलिसकर्मी के पशु प्रेमी महिला की गिरफ्तारी का आरोप, नंद ग्राम थाने में हंगामा
गाज़ियाबाद, 21 जनवरी: गाज़ियाबाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने एक पशु प्रेमी महिला को देर रात उसके घर में घुसकर बिना किसी वारंट, अनुमति, और महिला पुलिसकर्मी की उपस्थिति के गिरफ्तार करने की कोशिश की। इस मामले ने इलाके में हंगामा मचा दिया है और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है मामला?
पीड़ित महिला, करिश्मा और आरुषि, ने आरोप लगाया कि उनके साथ पुलिस ने न केवल मारपीट की, बल्कि उनके मेडिकल परीक्षण की प्रक्रिया का पालन भी नहीं किया। स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई पर आपत्ति जताई और इसे कानून का उल्लंघन करार दिया।
कानून का उल्लंघन?
कानूनी जानकारों का कहना है कि किसी भी महिला को रात 6 बजे के बाद गिरफ्तार करने के लिए महिला पुलिसकर्मी की उपस्थिति अनिवार्य है। इसके अलावा, गिरफ्तारी के लिए वारंट होना चाहिए, जो इस मामले में नहीं था।
नंद ग्राम थाने में हंगामा
घटना के बाद पीड़ित पक्ष और स्थानीय निवासियों ने नंद ग्राम थाने पर इकट्ठा होकर पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया। आरोप है कि थाने में पुलिस ने मारपीट का समर्थन करने वाले लोगों की ओरदारी ली और पीड़ितों को न्याय दिलाने में देरी की।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस मामले पर गाज़ियाबाद पुलिस के उच्च अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समाज में रोष
यह घटना पुलिस की कार्यप्रणाली और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति उनके रवैये पर सवाल खड़े करती है। सामाजिक कार्यकर्ता और पशु प्रेमी संगठनों ने इस मामले पर नाराजगी जाहिर करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
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