
सागर। वंदे भारत लाईव टीवी न्यूज रिपोर्टर सुशील द्विवेदी ।पुरानी सदर सेमराबाग सागर जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर स्मार्ट रोड सोता हुआ नजर आ रहा है।शहर के विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्यों का दावा तो किया जा रहा है, परन्तु कुछ क्षेत्र अभी भी ऐसे हैं जहां पर विकास कार्य के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ। पुरानी सदर से सेमराबाग की सड़क की दुर्दशा किसी को नजर नहीं आ रही, यह सड़क कई वर्षों से जर्जर हालत में है। सड़क की दुर्दशा का शिकार यहां से गुजरने वाले राहगीर और स्थानीय निवासी हो रहे हैं। बरसात होते ही सड़क के गड्ढों में पानी भर जाता है,जिसे देखकर यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है कि कहा सड़क है और कहा गड्ढा, जिसके चलते बड़ी दुर्घटना होने कि संभावना बनी रहती है। क्षेत्रवासियों द्वारा लगातार इस जर्जर सड़क को लेकर प्रशासन से मांग की जा रही है। उसके बाद भी सड़क निर्माण की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा। यहां से अधिकतर तकरीबन 5 हजार बच्चे आते जाते है स्कूल कॉलेज किसान,एवं यहां के अधिकतर लोग सर्वाइकल,स्लिप डिस्क,कमर दर्द और पेरालिसिस के मरीज हो चुके है। यहां से रोज 20,25 हजार लोगों का आना जाना होता है इस रोड के बनने से पटकुई रोड पर लोड कम होगा जिससे आए दिन एक्सीडेंट होते रहते है एवं इस रोड के बनने पर मकरोनिया का ट्रैफिक डाइवर्ट होगा।