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बलौदाबाजार आगजनी प्रकरण पर राजनीतीकरण, भाजपा अपनी नाकामी छिपाने कर रही द्वेषपूर्ण कार्यवाही : राजा देवांगन

एनएसयूआई ने कलेक्ट्रेट परिसर मे नारेबाजी करते हुये राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सौपा ज्ञापन

श्रवण साहू,धमतरी। बलौदाबाजार आगजनी मामले में विधायक देवेन्द्र यादव के गिरफ्तारी के बाद राजनीति गर्म हो गई है।एनएसयूआई ने कलेक्ट्रेट में नारेबाजी कर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष राजा देवांगन ने ज्ञापन मे बताया कि 10 जून 2024 को सतनामी समाज द्वारा धरना प्रदर्शन एवं कलेक्टर कार्यालय घेराव किया गया जहां आगजनी जैसी भयावह घटना घटी जिससे आम जन सहित सरकारी संपत्तियों का भारी नुकसान देखने को मिला। उक्त मामले में जहां पुलिस प्रशासन को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी थी उसके बजाय पुलिस निर्दोष सतनामी समाज के युवाओं और कांग्रेस से जुड़े पदाधिकारियों को गिरफ्तार करने में जुट गई। वहीं घटना के दूसरे दिन प्रदेश के तीन मंत्री प्रेसवार्ता लेकर कांग्रेस से जुड़े नेताओं पर आरोप लगाए गए जो कि सरकार और प्रशासन के क्रियाकलाप पर प्रश्न खड़े करता है।

बीते दिनों छात्र संगठन एनएसयूआई के आरंग विधानसभा अध्यक्ष अजित कोसले, बलौदाबाजार विधानसभा अध्यक्ष सूर्यकान्तवर्मा एवं युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शैलेश बंजारे को भी इसी तरह राजनीतिक द्वेष से गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद उनके परिजनों को पुलिस द्वारा धमकाए जाने दबावपूर्वक बयान दर्ज करवाए जाने की शिकायतें भी सामने आने लगी।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में ऐसी शर्मनाक घटना नहीं घटी थी जब किसी चुने हुए जनप्रतिनिधि को टारगेट करते हुए उनके खिलाफ पुलिस प्रशासन द्वारा षड्यंत्र कर उन्हे फंसाया जाए जोकि भिलाई नगर के विधायक देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी के बाद पूरे प्रदेश ने देखा। जबकि पुलिस प्रशासन के पास ऐसे कोई भी ठोस सबूत नहीं जो विधायक देवेंद्र यादव को दोषी साबित करते हों। वहीं धारा 160 के तहत उन्हें बयान दर्ज कराने हेतु बलौदाबाजार थाना लाया गया और बलौदाबाजार आगजनी प्रकरण में आरोपी बनाकर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया जोकि पूर्णतः न्यायलयीन प्रक्रिया और पुलिस प्रोसिडिंग की धज्जियां उड़ाना है आज दिनांक तक देवेन्द्र यादव के परिजनों को एफआईआर की प्रति तक नहीं दी गई। जिससे यह साफ प्रतीत होता है कि प्रशासन अपनी नाकामी छिपाने इस पूरे प्रकरण को विपक्ष की ओर मोड़कर अपना पल्ला झाड़ना चाहती है जो कि निंदनीय है।एनएसयूआई ने ज्ञापन में मांगो को रखा है जो निम्न है-

1. सतनामी समाज के पूज्य जैतखाम को क्षति पहुंचाने के मामले में समाज की मांग अनुरूप सीबीआई जांच करवाई जाए
2. विधायक देवेंद्र यादव, एनएसयूआई आरंग विधानसभा अध्यक्ष अजित कोसले , बलौदाबाजार विधानसभा अध्यक्ष सूर्यकान्त वर्मा यूथ कांग्रेस अध्यक्ष शैलेश बंजारे एवं मामले में सभी निर्दोष युवाओं के ऊपर लगे आपराधिक धाराएं हटाई जाएं
3. आगजनी मामले की निष्पक्ष जांच हेतु न्यायालय के अधीन पृथक टास्क फोर्स गठित की जाए जिससे इस तरह के षड्यंत्र ना किए जा सके।
4. विधायक देवेंद्र यादव के प्रकरण में संलिप्त पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की भी जांच हो जिससे एक चुने हुए जनप्रतिनिधि की गरिमा को जो ठेस पहुंचाई गई है उसका पर्दाफाश हो
5. बलौदाबाजार आगजनी मामले के पूर्व ही भाजपा के पूर्व विधायक एवं जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े ने उग्र आंदोलन की बात कही थी वहीं घटना स्थल में उनकी मौजूदगी थी, लेकिन उन्हें बचाने का प्रयास किया जा रहा है। आगजनी में अब तक पुलिस ने उन्हे पूछताछ हेतु नोटिस तक नहीं दिया जो कि मामले की जांच में संदेह पैदा करता है। यदि पुलिस के पास उनसे संबंधित साक्ष्य की कमी है तो हम उपलब्ध कराने सक्षम हैं। यदि शीघ्र कार्यवाही नहीं होती है तो उक्त विडियो फुटेज हम सोशल मीडिया और सार्वजनिक स्थलों में माइक के माध्यम से प्रसारित करने बाध्य होंगे। हमारी मांगों को जल्द पूरा किया जाए अन्यथा हमारा छात्र संगठन उग्र आंदोलन को बाध्य होगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

ज्ञापन देने वालो मे जिलाध्यक्ष राजा देवांगन के साथ, पारसमणी साहू, तेज प्रताप साहू,चितेन्द्र साहू, नोमेश सिन्हा, लिकेश साहू, स्वयं सोनकर, इंदर साहू, अमन देवांगन, तेजप्रकाश साहू, विप्लव राव, निखिल दीढ़ी, जगत, उदय साहू, सुदीप सिन्हा, वोमेश साहू, पुरन सोनी, लक्की, धर्मेंद्र पटेल, रविंद्र जांगड़े, कृष्णा लहरे ईश्वर साहू, बेदू देवदास,पप्पू यादव, योगेश साहू , कृष्ण कुमार भारती सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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