रायपुर: रायपुर में घर पर देखभाल (Home Care) सेवाओं को लेकर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। शिकायतों के अनुसार, कई बिना पंजीकरण और बिना किसी अधिकारित प्रमाण पत्र के घर पर देखभाल की सेवाएं दी जा रही हैं। इन सेवाओं में नर्सिंग केयर (Nursing Care) और अन्य मेडिकल सुविधाएं भी शामिल हैं, जो कि नियमों और कानूनों के खिलाफ बताई जा रही हैं।
**घर पर देखभाल सेवाओं की अवैधता और बिना पंजीकरण आरोप**
जानकारी के अनुसार, रायपुर में कई संस्थाएं बिना किसी सरकारी पंजीकरण के घर पर देखभाल की सेवाएं दे रही हैं, जो पूरी तरह से अवैध है। इन संस्थाओं को न तो स्वास्थ्य विभाग से अनुमति प्राप्त है और न ही इन्हें किसी अन्य प्राधिकृत संस्थान से मान्यता मिली है। इसके बावजूद ये सेवाएं जारी हैं, और शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं।
**रायपुर के कलेक्टर और एसपी को किया गया शिकायत**
इस मुद्दे को लेकर घर पर देखभाल सेवाएं देने वाली कंपनियों के खिलाफ रायपुर के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (एसपी) को शिकायत दी गई है। सूत्रों के अनुसार, कई मामलों में इन कंपनियों द्वारा संबंधित अधिकारियों को डर और दबाव डालकर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। इस प्रकार के कदमों ने सरकारी एजेंसियों की कार्यवाही पर सवाल उठाए हैं।
**नर्सिंग केयर कंपनियों का मीडिया से डर और आम जनता को धोखा**
अलार्मिंग बात यह है कि इस मामले में नर्सिंग केयर कंपनियों को न तो मीडिया का डर है, न ही प्रशासन का। इन कंपनियों द्वारा ग्राहकों से भारी रकम वसूली जा रही है और इसके बदले बिना किसी मानक के चिकित्सा सेवाएं दी जा रही हैं। यह कंपनियां इस तथ्य को जानते हुए भी काम कर रही हैं कि अगर इस मामले पर सरकार या मीडिया ध्यान नहीं देगा, तो उनके लिए किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी।
**RTI का सवाल, कार्रवाई की आवश्यकता**
इस गंभीर मुद्दे पर आरटीआई (Right to Information) के तहत भी जानकारी मांगी गई है, और अगर संबंधित विभागों से जवाब नहीं आता, तो जल्द ही इस विषय को मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर उठाया जाएगा। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि अगर इन अवैध नर्सिंग और घर पर देखभाल सेवाओं पर जल्द नियंत्रण नहीं लगाया गया, तो यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।
**संविधान और कानून की अवहेलना, नागरिकों की सेहत पर असर**
संविधान का चौथा स्तंभ यानी मीडिया का कर्तव्य है कि वह इन मुद्दों को सही तरीके से उजागर करे। यदि इन अवैध सेवाओं पर समय रहते रोक नहीं लगाई गई, तो नागरिकों की सेहत पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि रायपुर में स्वास्थ्य सेवाएं पहले ही संकुचित हो चुकी हैं और अगर इन अनधिकृत सेवाओं को नहीं रोका गया, तो यह स्थिति और बिगड़ सकती है।
**अंत में, सरकार और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग**
रायपुर की जनता ने सरकार और प्रशासन से यह मांग की है कि वे इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाएं और इन अवैध घर पर देखभाल सेवाओं के खिलाफ कार्रवाई करें। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि यह मुद्दा केवल एक छोटी सी समस्या नहीं है, बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ गंभीर मसला बन चुका है।
अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो भविष्य में इसका असर पूरे रायपुर और आसपास के क्षेत्रों पर पड़ेगा।