
पठानकोट पंजाब, रिपोर्ट समीर गुप्ता, जिला रिपोर्टर: दिल्ली विधानसभा चुनाव लगातार रोचक हो रहा है। विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस और भाजपा आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले , शीशमहल मुद्दे, यमुना जी की सफाई, पलूशन, ट्रैफिक समस्या और विकास कार्यों को लेकर घेरने में लगी हुई हैं। लेकिन अरविंद केजरीवाल हर दिन कोई न कोई नया मुद्दा लेकर जनता के बीच जा रहे हैं और बीजेपी, कांग्रेस इन्हीं मुद्दों के बीच उलझ कर रह जाती है। सभी संसाधन उपलब्ध होने के बावजूद देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा और सबसे पूराना राजनीतिक दल कांग्रेस दिल्ली विधानसभा चुनाव में केजरीवाल को सही मुद्दों पर घेरने में कामयाब नही हो पा रहे हैं । केजरीवाल के पास केवल दस वर्ष का राजनीतिक अनुभव है, सीमित संसाधनों का कैसे बेहतर उपयोग करते हुए जनता के बीच अपना पक्ष मजबूत तरीके से रखने की कला और अपने काडर को कैसे उत्साहित रखना चाहिए — सभी विपक्षी दलों को केजरीवाल से सीखने की दरकार है।