क्राइमहरियाणा

हिमानी हत्याकांड के पीछे फेसबुक दोस्त, बोला- ब्लैकमेल करती थी; क्या इससे आरोपी बच जाएगा?

हिमानी हत्याकांड के पीछे फेसबुक दोस्त, बोला- ब्लैकमेल करती थी; क्या इससे आरोपी बच जाएगा?

22 साल की कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल की हत्या की गुत्थी हरियाणा पुलिस ने 36 घंटे में ही सुलझा दी है। हिमानी की हत्या उसके फेसबुक फ्रेंड ने मोबाइल चार्जर के तार से गला घोंटकर की थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने बताया कि हिमानी उसे ब्लैकमेल करने लगी। वह इससे तंग आ गया, इसलिए हत्या कर दी।

सूटकेस में लाश मिलने के 36 घंटे में कैसे सुलझी गुत्थी, क्या ब्लैकमेलिंग को आधार बनाने से आरोपी को कम सजा मिलेगी; हिमानी हत्याकांड से जुड़े 8 सवालों के जवाब जानेंगे आज के एक्सप्लेनर में…

सवाल-1: कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल की हत्या का मामला क्या है?

जवाब: 1 मार्च 2025… हरियाणा के रोहतक के सांपला पुलिस स्टेशन के SHO बिजेंदर सिंह को एक सूटकेस में महिला की लाश मिलने की सूचना मिली। पुलिस ने सांपला बस स्टैंड पहुंचकर सूटकेस खोला तो एक युवती की लाश मिली। हाथों में मेहंदी लगी थी और चेहरा स्याह पड़ चुका था।

मृतका की पहचान हरियाणा में युवा कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल के रूप में हुई। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रोहतक के PGIMS भेज दिया।

हिमानी 3 दिन पहले यानी 27 फरवरी से लापता थी। मां सविता ने बताया कि 27 फरवरी को रोहतक की एक शादी में हिमानी शामिल हुई थी और 28 फरवरी को काठमंड इलाके में हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यक्रम में शामिल होने वाली थी। तभी से हिमानी का फोन बंद आ रहा था। इसके बाद हिमानी की डेडबॉडी मिली।

हिमानी 5 महीने से रोहतक के विजय नगर स्थित अपने पैतृक घर में अकेली रहती थी। उसके बड़े भाई की भी करीब 14 साल पहले हत्या कर दी गई थी, जबकि उसके पिता शेर सिंह ने 10 साल पहले सुसाइड कर लिया था। इसके बाद मां, हिमानी और उसके छोटे भाई जतिन को लेकर दिल्ली चली गई।

रोहतक के SP नरेंद्र बिजारनिया ने कहा, ‘रोहतक क्राइम ब्रांच और रोहतक पुलिस की 5 टीमें बनाई गईं, जो मामले की जांच कर रही हैं।’

सवाल-2: हरियाणा पुलिस आरोपी तक कैसे पहुंची?

जवाब: रोहतक SP नरेन्द्र बिजारनिया ने केस की इन्वेस्टिगेशन के लिए विशेष जांच टीम (SIT) गठित की। इसमें सांपला के DSP रजनीश, सांपला SHO बिजेंदर सिंह और सांपला PSI नरेंद्र को शामिल किया।

टीम ने नेशनल हाईवे नंबर-9 पर रोहतक से रोहद टोल प्लाजा तक 25 किलोमीटर के एरिया में हत्यारों की तलाश में होटल व ढाबों के CCTV कैमरे खंगाले।

हिमानी के घर से लेकर सांपला बस स्टैंड तक रास्ते में पड़ने वाले CCTV की तलाशी ली।

CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस को दो आरोपियों पर शक हुआ और पीछा करते हुए दिल्ली जा पहुंची। दिल्ली के मुंडका से एक आरोपी को गिरफ्तार किया।

आरोपी की पहचान सचिन उर्फ ढिल्लू के रूप में हुई, जिसकी उम्र 30 साल है।

जांच में पता चला कि आरोपी सचिन शादीशुदा है और दो बच्चे हैं। हरियाणा के झज्जर के कानौन्दा गांव में आरोपी सचिन की मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान है।

सवाल-3: आरोपी सचिन ने हिमानी को क्यों मारा?

जवाब: पुलिस के मुताबिक सचिन ने हिमानी की हत्या की बात कबूल की। सचिन ने बताया कि एक साल पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर हिमानी से उसकी दोस्ती हुई थी। धीरे-धीरे बात होने लगी। सचिन ने हिमानी से मिलना शुरू कर दिया।

पुलिस सूत्रों की मानें तो हिमानी और सचिन के बीच शारीरिक संबंध बने, हिमानी ने जिसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। इसके बाद वो सचिन को ब्लैकमेल करके पैसे की डिमांड करने लगी। इससे तंग आकर सचिन ने हिमानी की हत्या कर दी।

सवाल-4: आरोपी सचिन ने हिमानी को कैसे मारा?

जवाबः सचिन ने पुलिस को बताया कि वह 27 फरवरी की रात 9 बजे हिमानी के घर पहुंचा और पूरी रात वहीं रुका। अगले दिन यानी 28 फरवरी को दोनों के बीच झगड़ा हुआ। सचिन ने हिमानी के हाथ चुन्नी से बांध दिए और मोबाइल चार्जर के वायर से हिमानी का गला घोंटकर हत्या कर दी।

आरोपी ने हिमानी के शव को वहां घर में रखे सूटकेस में पैक कर दिया। इस हाथापाई के दौरान सचिन के हाथों पर भी कुछ चोटें आईं, जिससे उसका खून रजाई पर लग गया। इस कारण सचिन ने रजाई के कवर को भी शव के साथ सूटकेस में पैक कर दिया।

सचिन ने हिमानी की अंगूठियां, सोने की चेन, मोबाइल, लैपटॉप और अन्य आभूषण एक बैग में डाले और हिमानी की स्कूटी से अपनी दुकान पर चला गया। फिर वह शव को ठिकाने लगाने के लिए रात करीब 10 बजे वापस आया और ऑटो में सूटकेस के साथ दिल्ली बाईपास रोहतक पहुंचा। यहां से वह बस में बैठकर सांपला गया। सांपला बस स्टैंड के पास सूटकेस को झाड़ियों में फेंक दिया और फरार हो गया।

सवाल-5: हिमानी के हत्या के आरोपी को कितनी सजा मिल सकती है?

जवाबः सांपला थाना पुलिस को आरोपी की सचिन की तीन दिन की कस्टडी रिमांड मिल गई है। पुलिस ने आरोपी सचिन के खिलाफ BNS की धारा 103(1) यानी हत्या और धारा 238 यानी सबूतों को छुपाने के मामले में के तहत मामला दर्ज किया…

धारा 103(1): इसके तहत जान-बूझकर किसी की हत्या करने पर मौत की सजा या उम्रकैद की सजा हो सकती है। इसके अलावा जुर्माना भी लगाया जाता है।

धारा 238: इसमें अपराध के सबूत मिटाने या अपराधी को छिपाने के लिए झूठी जानकारी देने पर 7 से 10 साल तक की जेल और जुर्माने की सजा हो सकती है।

हिमानी नरवाल के भाई जतिन से मीडिया ने पूछा कि क्या वे पुलिस के खुलासे से संतुष्ट हैं? इस पर उन्होंने कहा कि वह पुलिस के खुलासे से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं। उनका परिवार उजड़ गया है। वह और उनकी मां ही अब परिवार में बचे हैं। उन्होंने आगे कहा,

हम चाहते हैं कि मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले। हत्यारे को फांसी की सजा मिले, तभी मुझे और मेरी मां के दिल को सुकून मिलेगा।

सवाल-6: क्या ब्लैकमेलिंग को हत्या का आधार बनाने से आरोपी को कम सजा मिलेगी?

जवाबः सुप्रीम कोर्ट के वकील विराग गुप्ता के मुताबिक, कानून कहता है कि कोई व्यक्ति आत्मरक्षा में ही दूसरे व्यक्ति को मार सकता है। यानी अगर दूसरे व्यक्ति को नहीं मारा गया तो पहले व्यक्ति की जान जा सकती है।

ऐसे मामलों में आरोपी यदि आदतन अपराधी नहीं है और उसके खिलाफ पहले से कोई आपराधिक मामला नहीं चल रहा हो तो सेल्फ डिफेंस में किए गए मर्डर के मामलों में अदालत सजा में नरमी बरत सकती है। अगर सेल्फ डिफेंस को सबूतों के साथ पूरी तरह से साबित कर दिया जाए तो आरोपी को रिहाई भी मिल सकती है।

विराग गुप्ता के मुताबिक,

ब्लैकमेलिंग के आधार पर हत्या करने के मामले में सेल्फ डिफेंस का मामला नहीं बनता। ब्लैकमेलिंग के मामले में सजा में राहत देने से पहले अदालत यह भी देखेगी कि क्या आरोपी ने हत्या के घटनाक्रम के पहले ब्लैकमेलिंग के मामले में पुलिस में कोई मामला दर्ज कराया था या नहीं। इरादतन और पूरी जानकारी में की गई हत्या को सही ठहराने के लिए ब्लैकमेलिंग का कानूनी बचाव नहीं हो सकता।

सवाल-7: क्या हिमानी की हत्या के पीछे कोई राजनीतिक एंगल भी है?

जवाब: हिमानी पार्टी के कार्यक्रमों और रैलियों में हरियाणा का लोक नृत्य करने के लिए मशहूर थीं। वे कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा के साथ कई कार्यक्रमों में नजर आती थीं। वे MBA की स्टूडेंट थीं और फिलहाल कानून की पढ़ाई कर रही थीं।

हिमानी 2023 में चर्चा में आईं थीं, जब वे राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में पैदल चलीं। राहुल गांधी के साथ हिमानी की 3 तस्वीरें सामने आईं, जिससे वे मशहूर हो गईं।

हिमानी की मां सविता ने कहा, ‘बेटी साफ-सुथरी राजनीति करना चाहती थी, लेकिन कुछ लोग उसे राजनीति के दलदल में फंसाना चाहते थे, तो वह उनको जवाब देते हुए कहती थी- मैं कमाती हूं, खर्च करती हूं, किसी के आगे कभी हाथ नहीं फैलाया। किसी के दबाव में नहीं रहूंगी। परेशानी होती थी तो वो मुझे बता दिया करती थी। कांग्रेस सरकार के जो बड़े हैं, वे बहसबाजी कर लिया करते थे। कहती थी मैं कभी कॉम्प्रोमाइज नहीं करूंगी। जो गलत है तो गलत है, जो सही है तो उसे सही ही कहूंगी।’

हालांकि पुलिस को जांच में सचिन के राजनीतिक संबंधों के बारे में पता नहीं चल पाया। पुलिस ने इस हत्याकांड को आपसी रंजिश बताया। इस केस को राजनीति से अलग रखा जा रहा है।

सवाल-8: हिमानी की हत्या की असल वजह ब्लैकमेलिंग या सच कुछ और?

जवाब: पुलिस ने आरोपी सचिन को भले ही गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन कुछ सवाल अब भी अनसुलझे हैं, जिसका जवाब पुलिस को नहीं मिल पाया है…

हिमानी ने 28 फरवरी को हुड्डा के कार्यक्रम के बारे में झूठ क्यों बोला, जबकि हुड्डा ने किसी भी कार्यक्रम के आयोजन से इनकार कर दिया?

हिमानी 27 को लापता हो गई थी, फिर भी घरवालों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज क्यों नहीं कराई?

क्या हिमानी के घरवाले सचिन को पहले से जानते थे?

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