
केंद्रीय संग्रहालय का दर्जा प्राप्त आदिवासी संग्रहालय जिले में एक अद्भुत पहचान रखता है आपको बताते चले विप रोड में स्थित जिला शिक्षा केंद्र के सामने आदिवासी जनजाति संग्रहालय अपनी धरोहर को लोगों के लिए जानवर तक काम कर रहा है मामूली सा पंजीयन शुल्क मात्र ₹5 में आप आदिवासी जनजाति संग्रहालय के दर्शन कर सकते हैं तथा अपने जिले की धरोहर को आने वाली पीढ़ी के रूप में लोगों को बता सकते हैं आदिवासी जंगल जनजाति संग्रहालय के वीर सपूतों की गाथा एवं रानी दुर्गावती बदल हुई कई चेतन संग्रहालय की प्रतिभूति दर्शी गई है आदिवासी पुरातन संस्कृति में रैम रहना लोगों का दिनचर्या एवं अस्त्र-शस्त्र आभूषण के बारे में लोगों को जागृत करता आदिवासी संग्रहालय को लिंग का वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड का दर्जा भी पड़ेगा प्राप्त है हमारे जिले आदिवासी बहुत क्षेत्र छिंदवाड़ा पांढुर्णा बैतूल सिवनी बालाघाट मंडला डिंडोरी में आदिवासी जन चेतना संग्रहालय एक आस्था का केंद्र बना हुआ है
जिले के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व सांसद कमलनाथ के अथक प्रयास से एवं वर्तमान में भाजपा के संयुक्त प्रयास से आदिवासी संग्रहालय को राष्ट्रीय स्तर का दर्जा प्राप्त हुआ है एक स्थल निरीक्षण रिपोर्ट के अनुसार आदिवासी संग्रहालय में अभी कार्य प्रगति पर है और पर्यटकों की दृष्टि से यह आदिवासी संग्रहालय आर्थिक एवं सशक्त रूप से मजबूत होगा
वंदे भारत से छिंदवाड़ा रिपोर्टर रंजीत दरिया की रिपोर्ट