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करैल में फर्जी जॉब कार्ड के जरिए छीना गरीबों का हक

कूट रचना से करोड़ों का गबन फिर भी प्रशासन मौन

सीधी। आदमी एक, काम एक लेकिन वह कर रहा 6 हाथों से सोचिए यह किसी मजेदार तिलिस्म से कम है क्या ? इस तिलिस्म के संचालक है ग्राम पंचायत करैल के रोजगार सहायक सह प्रभारी सचिव शिव प्रसाद यादव जिनका जादू देखकर न सिर्फ करैलवासी अचंभित है बल्कि उस तिलिस्म से पर्दा उठने के बाद हर कोई यही कहेगा वाह क्या जादू है।

सीधी जिले में आदिवासी बाहुल्य विकासखंड क्षेत्र कुसमी का ग्राम पंचायत करैल जो सीधी जिला मुख्यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर और विकासखंड कुसमी मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर है। यहां पदस्थ रोजगार सहायक सह प्रभारी सचिव ने भारत सरकार की रोजगार गारंटी योजना मैं जमकर भ्रष्टाचार किया यही कारण है कि भारत सरकार की यह योजना ना तो पलायन को रोक सकी और ना ही गांव की तस्वीर बदल सकी और ना ही ग्रामीणों की तकदीर बदली है । बदली है तो सिर्फ रोजगार सहायक की तकदीर और तस्वीर जो किसी जादू से कम नहीं है।

पतिया उर्फ पतिया बाई पत्नी रंगीलाल यादव निवासी ग्राम केरहा ग्राम पंचायत करैल जनपद पंचायत कुसमी जिला सीधी का जॉब कार्ड क्रमांक एमपी-15- 007-037-003/80-C दिनांक 14 अप्रैल 2020 को बनाया गया जिसमें वर्ग अनुसूचित जनजाति का होना लेख किया गया तथा परिवार जनों में पतिया के अलावा सोहना, रामबदन और पचानी को शामिल किया गया जिनका पतिया के परिवार से कोई लेना देना नहीं है। इस जॉब कार्ड में शामिल सभी लोगों का फिनो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में खाता होना लेख किया गया है। यहां पतिया को 2 अप्रैल 2021 से 8 अप्रैल 2021 तक मांग संख्या 48821 मैं वर्क कोड क्रमांक 171500 7037/WC/22012034598180 मैं डग पौड निर्माण लोखड़ी टोला ग्राम चंदरसा मैं कार्य करना बताया गया है। उक्त जॉब कार्ड को 16 मई 2021 को डिलीट कर दिया गया।

इसी दौरान 14 अप्रैल 2020 को ही पतिया का पतियाबाई के नाम से जॉब कार्ड संख्या एमपी- 15-007- 037- 003/95C बनाया गया जिसमें पटिया भाई के पति का नाम रंगबहोर निवासी ग्राम केरहा तथा परिवार जनों में पटिया भाई के अलावा फूलकली, सुमंत,उषा बाई को शामिल किया गया है। यह और बात है कि पतिया उर्फ पतियावाई के साथ फूलकली जों कि उनकी लड़की हैं के अलावा सुमंत और उषा बाई का कोई संबंध नहीं है। इतना ही नहीं उक्त जॉब कार्ड में पतिया उर्फ पतियावई के पति के रूप में जिस रंगबहोर का उल्लेख किया गया है उसे नाम का आदमी पूरे ग्राम पंचायत करैल में ही नहीं है, जिसकी पुष्टि सरपंच द्वारा दूरभाष पर की गई है। उक्त जॉब कार्ड में कार्य की बात की जाए तो पतिया उर्फ पतिया बाई को मांग संख्या 48909 मैं 2 अप्रैल 2021 से 8 अप्रैल 2021 तक वर्क कोड क्रमांक 17150070 37WC/22012034598179 मैं डग पॉन्ड निर्माण चंदरसा बेलवारी नाला के पास मैं काम करना बताया गया है। 24 अप्रैल 2021 से 30 अप्रैल 2021 तक डग पॉन्ड निर्माण जामतुड़ ग्राम बेदों में, 17 मई 2021 से 23 मई 2021 तक रामदास निवासी ग्राम केरहा के खेत तालाब निर्माण में और 24 में 2021 से 30 में 2021 तक भी उसी खेत तालाब निर्माण में कार्य किया जाना बताया गया है। उक्त सभी कार्यों में इस तारीख को फूलकली का भी शामिल होना लेख किया गया है। उक्त जॉब कार्ड को 29 जून 2021 को डिलीट किया गया है।

पटिया का तीसरा जॉब कार्ड 14 अप्रैल 2020 को ही बनाया गया जिसमें रंगीलाल के नाम से बने उक्त जॉब कार्ड क्रमांक एमपी- 15-007-037-003-95A मैं भी रंगीलाल पिता रामदीन को अनुसूचित जनजाति वर्ग का होना लेख किया गया है। इस जॉब कार्ड में पतिया को मांग संख्या 48900 में 2 अप्रैल 2021 से 8 अप्रैल 2021 तक डग पौड निर्माण चंदरसा बेलवारी नाला के पास वर्क कोड क्रमांक 17 150 7037/WC/ 22012034 598179 मैं काम करना बताया गया है। इसी जॉब कार्ड में पतिया को डग पौड निर्माण जमदुड बेदो मैं कार्य करना तथा 24 मई 2021 से 30 मई 2021 तक खेत तालाब निर्माण रामदास के खेत में ग्राम करा में कार्य करना बताया गया है। उक्त जॉब कार्ड को 29 जून 2021 को डिलीट किया गया।

चौथा जॉब कार्ड रंगलाल पिता राम निवासी ग्राम केरहा वर्ग अनुसूचित जनजाति के नाम से 14 अप्रैल 2020 को बनाया गया जिसमें पतिया का नाम शामिल नहीं किया गया बल्कि रंगीलाल और पतिया की पुत्री फूल उर्फ फूल कली का नाम शामिल किया गया है और इसमें उसे 2 अप्रैल 2021 से 8 अप्रैल 2021 तक डग पौन्ड निर्माण लोखडी टोला ग्राम चंदरसा मैं कार्य करना बताया गया है। इस जॉब कार्ड को भी 29 जून 2021 को डिलीट कर दिया गया।

अब यह रोजगार सहायक शिव प्रसाद यादव का जादू नहीं तो और क्या है की पतिया उर्फ पतिया बाई 2 अप्रैल 2021 से 8 अप्रैल 2021 तक डाक पॉन्ड निर्माण लोखंडी टोला ग्राम चंदरसा मैं कार्य कर रही है और इस दौरान उसे दूसरे जॉब कार्ड में डग पॉन्ड निर्माण चंदरसा बेलवारी नाला के पास मैं कार्य करना बताया जा रहा है इतना ही नहीं तीसरी जॉब कार्ड में भी वह इस दौरान वही कार्य कर रही है। इसी तरह पतिया उर्फ पतिया बाई पत्नी रंगीलाल यादव की पुत्री फूल और फूल कली को एक साथ दो अलग-अलग जॉब कार्ड में एक ही कार्य को करना दिखाया जा रहा है। इस तरह तीन फर्जी जॉब कार्डों के सहारे वित्तीय वर्ष 2021 में अकेले पटिया को जहां 78 दिन का रोजगार दिया गया है तो वहीं उनकी पुत्री फूलकली को 102 दिन काम करना बताया गया है जबकि भारत सरकार के नियमों के मुताबिक एक परिवार को केवल 100 दिन का रोजगार दिए जाने का प्रावधान किया गया है।

अब जानते हैं कि आखिर पतिया उर्फ पतिया बाई पत्नी रंगीलाल निवासी ग्राम केरहा ग्राम पंचायत करैल कौन है। रंगीलाल पिता रामदीन ग्राम पंचायत करैल में पदस्थ रोजगार सहायक सह प्रभारी सचिव शिव प्रसाद यादव के पिता छोटेलाल यादव पिता रामदीन के छोटे भाई हैं जिन्हें जॉब कार्डों में शिव प्रसाद यादव द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग का बताया गया है।

इस संबंध में जानकारी लेने के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्रा से उनके मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया जिससे यह स्पष्ट नहीं हो सका केस के बारे में उनकी क्या राय है।

 

 

 

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