
*छत्रपति संभाजीनगर * पति-पत्नी के झगड़े में बीच-बचाव कर रहे ससुर को बड़े दामाद ने दूसरे कमरे में धकेल दिया। जिससे ससुर की हालत बिगड़ गई। इसके बाद वह ससुर को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल ले जाने की बात कहकर कार में ले गया। लेकिन अस्पताल में भर्ती कराए बिना ही कार में ही बैठा रहा।
ताकि वे मर जाएं.
बड़े दामाद को लगा कि ससुर की मौत के बाद मामला दबा दिया जाएगा। जब छोटे दामाद और बहू ने एमजीएम अस्पताल को पत्र भेजकर पूछा कि क्या इलाज किया गया, तो एमजीएम ने बताया कि ऐसा कोई मरीज हमारे यहां भर्ती नहीं हुआ है। तब यह चौंकाने वाला मामला सामने आया। दिलचस्प बात यह है कि अस्पताल ले जाने के तुरंत बाद सास, पत्नी और पड़ोसी एमजीएम अस्पताल आए थे। उन्होंने बड़े दामाद और उसके ड्राइवर को आकस्मिक विभाग के सामने भी देखा। बड़े दामाद ने झूठ बोला कि आकस्मिक विभाग में इलाज हो रहा है और सभी को वापस घर भेज दिया और सुबह शव लेकर घर आ गया…. सिडको नंबर 5 में गुलमोहर कॉलोनी में हुई इस हाई-प्रोफाइल घटना ने छत्रपति संभाजीनगर शहर में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस ने सोमवार (9 जून) को बड़े दामाद के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 105 के तहत मामला दर्ज किया है।