
लखनऊ। समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर एआईआईए अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी गहरे विवादों में घिर गए हैं। बयान के बाद राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। अब सपा सांसद इकरा हसन ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और मौलाना के सामाजिक बहिष्कार की मांग की है।
इकरा हसन ने मौलाना साजिद के बयान को ‘बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए कहा कि अगर संसद की सदस्य और जनप्रतिनिधि के खिलाफ इस तरह की अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया जाएगा तो यह आम महिलाओं को क्या संदेश देगा? उन्होंने कहा, “मौलाना साजिद जैसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और समाज में इनका बहिष्कार होना चाहिए। इन्हें किसी भी महिला के खिलाफ इस प्रकार की टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। ये धर्म के ठेकेदार नहीं हैं।”
सियासत गरमाई, सपा-बीजेपी में वार-पलटवार
मौलाना साजिद की टिप्पणी पर सपा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ बीजेपी और हिंदू संगठनों ने भी जोरदार विरोध जताया है। सोमवार को एनडीए सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन करते हुए ‘नारी सम्मान’ में नारेबाजी की। महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य ने भी लखनऊ में प्रेस वार्ता कर कहा, “हमें महिलाओं का अपमान स्वीकार नहीं है। भाजपा इस बयान की निंदा करती है।”
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “सपा को महिला सम्मान और वोटबैंक में से किसी एक को चुनना हो, तो वह वोटबैंक को ही चुनेगी।”
साजिद रशीदी पर केस दर्ज, गिरफ्तारी की मांग तेज
सपा नेता प्रवेश की तहरीर पर मौलाना साजिद रशीदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। वहीं सोमवार सुबह भी सपा कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज थाने में तहरीर देकर गिरफ्तारी की मांग की। हिंदू महासभा के प्रतिनिधि भी थाने पहुंचे और साजिद रशीदी को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की।
विवाद बढ़ता देख राजनीतिक गलियारे में तनाव बना हुआ है और मौलाना के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जनता की निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं।
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[वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज के लिए विशेष रिपोर्ट]