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एनईपी – 2020 अंतर्गत कक्षा 6 से 8 में विज्ञान एवं गणित विषय पर प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग का शुभारंभ

आरा। राज्य शिक्षा शोध प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के सभागार से निदेशक सज्जन आर द्वारा बिहार के सरकारी विद्यालयों के कक्षा 6 से 8 के लिए विज्ञान एवं गणित विषय के पाठ्यपुस्तक के पाठ आधारित प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।इस कार्यक्रम में ऑफलाइन एवं ऑनलाइन मोड में 25000 पदाधिकारी एवं शिक्षक शामिल हुए।कार्यक्रम में सभी जिले के कार्यक्रम पदाधिकारी (ईई एण्ड एसएसए) एवं जिला शिक्षा शिक्षक समन्वयक एससीईआरटी परिसर में शामिल हुए।यूटुभ लाइव के माध्यम से बिहार के कोने कोने से शिक्षाविद, सभी जिला से जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड साधन सेवी, डीपीएम, बीपीएम, मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक, शिक्षिका, जिला एवं प्रखंड तकनीकी टीम के सदस्य, केजीबीभी वार्डेन, मध्य विद्यालय के छात्र-छात्राएँ और उनके अभिभावकगण भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।एनइपी – 2020 द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम एससीईआरटी के मार्गदर्शन में मंत्रा4चेंज तथा एजुकेशन एवभ ऑल (ईएए) के संयुक्त प्रयास से गत शैक्षणिक सत्र से शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम से 29 हजार सरकारी स्कूलों के छठी से आठवीं तक के 60 लाख बच्चे लाभान्वित होंगे। छात्र-छात्राओं के लिए विज्ञान एवं गणित विषय को परियोजना आधारित पढ़ाई के माध्यम से सुगम एवं रोचक बनाते हुए, शिक्षण के द्वारा 21 वीं सदी के कौशल जैसे आलोचनात्मक चिंतन, सहयोग, रचनात्मकता एवं संवाद कौशल को और विकसित करने का प्रयास किया जाएगा।कार्यक्रम का शुभारंभ एस.सी.ई.आर.टी संयुक्त निदेशक डॉ० रश्मि प्रभा द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। सभी अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र देकर किया गया। स्वागत संबोधन में नीरज दास गुरु, मंत्रा सोशल सर्विसेज द्वारा आज के कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों का अभिनन्दन किया गया तथा विज्ञान एवं गणित के प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम के अंतर्गत शैक्षणिक सत्र 2024-2025 की योजना पर चर्चा की गयी।इस अवसर पर राज्य शिक्षा शोध प्रशिक्षण परिषद् के संयुक्त निदेशक डॉ. रश्मि प्रभा ने कहा कि मुझे यह बताते हुए काफी ख़ुशी हो रही है की इस बार हम बिहार में विज्ञान के साथ-साथ गणित विषय में भी प्रोजेक्ट-बेस्ड लर्निंग का शुभारम्भ कर रहे हैं। हमारे एक साल के विज्ञान पीबीएल के अनुभव में हमने यह देखा की छात्र-छात्राओं में पीबीएल के माध्यम से विज्ञान में रूचि बढ़ रही है। हमे उम्मीद है कि इस बार हम बिहार के सभी मध्य विद्यालयों तक विज्ञान एवं गणित विषय में प्रारंभ होने वाले पीबीएल को लेकर जायेंगे।
राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा विज्ञान एवं गणित शिक्षण को प्रभावी एवं सहज बनाने के उद्देश्य से कक्षा 6, 7 एवं 8 में गणित एवं विज्ञान के पुस्तकों में समाहित शीर्षकों के अनुरूप प्रोजेक्ट तैयार किये गए हैं। शैक्षिक सत्र 2024- 2025 के योजना के तहत प्रत्येक माह गणित एवं विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों में से कक्षा 6, 7 एवं 8 के लिए एक-एक माइक्रो-इम्प्रुवमेन्ट प्रोजेक्ट दीक्षा ऐप्प पर अपलोड किया जाएगा ताकि यह राज्य के प्रत्येक विद्यालय तक पहुँचे। प्रत्येक परियोजना के तहत पांच दिनों की गतिविधियां तैयार की गई है। यह सारी गतिविधियां पाठ पुस्तकों पर आधारित होगी।प्रोजेक्ट वेस्ट लर्निंग सभी सरकारी मध्य विद्यालयों को भेजा जा रहा है।एससीईआरटी में आयोजित कार्यक्रम में राज्य शिक्षा शोध प्रशिक्षण परिषद् के निदेशक सज्जन आर, संयुक्त निदेशक डॉ० रश्मि प्रभा, विभागाध्यक्ष डॉ० स्नेहाशीष दास, डॉ० इम्तेयाज़ आलम, विभा रानी, एजुकेशन अबोव आल से जाह्नवी कनोरिया, साइंस फॉर सोसाइटी से प्रोफेसर अरुण एवं मंत्रा4चेंज के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सौरभ सिंह स्टेट लीड नीरज दास गुरु, कुमार अमलेंदु, कुमारी शालिनी, गुंजन चतुर्वेदी, मेधा वर्मा, ज्योत्सना सिंह, रुतिक नगराले एवं विशाल पाण्डेय शामिल थे।

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