
कटनी, रीठी।। GANESH UPADHYAY VANDE BHARAT LIVE TV NEWS KATNI MP.
जब-जब प्रदेश के जिलों व अन्य प्रदेशों में खुले पड़े बोर में मासूम के गिर जाने की खबरें आती रही हैं। हाल ही में बीते अप्रैल माह में ऐसा ही हादसा रीवा जिले के एक गांव में भी हुआ था। जिसमें मासूम को बचाया नहीं जा सका था। बावजूद इसके जिले में इन घटनाओं को जिम्मेदारों के द्वारा गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। यही वजह है कि आज भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर बोर खुले हाल में पड़े हैं। यहां पर कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। ऐसा ही एक ताजा मामला रीठी विकास खंड के देवगांव संकुल केंद्र अंतर्गत संचालित शासकीय माध्यमिक शाला जमुनिया का समाने आया है। जहां स्कूल के समीप खुला पड़ा बोर है। जो हर रोज स्कूल समय पर आने वाले बच्चों व खेलने के दौरान उन्हें हादसे का शिकार होने का खतरा बना हुआ है। वहीं इस गंभीर लापरवाही पर जिम्मेदार अनदेखी कर रहे हैं।
पंचायत ने खुदवाया था बोर
सूत्रों ने बताया कि स्कूल में पानी की कमी न हो इसको लेकर पूर्व में ग्राम पंचायत ने यहां पर बोर को खुदवाया था। जो फेल हो जाने के कारण काम में नहीं आया, लेकिन इसे ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों द्वारा बंद नहीं कराया गया है। जिसके चलते यहां पर पूरे समय खतरा मंडरा रहा है। उक्त खुला पड़ा बोर किसी बड़े हादसे को न्यौता दे रहा है।
आंगनबाड़ी में भी आते हैं नौनिहाल
बताया गया कि स्कूल के बगल से ही आंगनबाड़ी भी है। यहां पर भी नौनिहाल आते हैं। वहीं गांव के बच्चे भी उक्त स्थान पर खेलते रहते हैं। अगर वह खेलते-खेलते इस बोर के पास पहुंच गए तो वे यहां पर एक बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों जानकारी होने के बाद भी अनदेखी कर रहे हैं। वहीं शिक्षा विभाग भी ध्यान नहीं दे रहा है और न ही ग्राम पंचायत।
जमकर चलाया था अभियान
इधर अप्रैल माह में रीवा में हुई घटना के बाद यहां तत्कालीन कलेक्टर अवि प्रसाद के निर्देश पर जिले भर में जिम्मेदारों के द्वारा खुले बोर, बावली, कुंए के साथ ही अन्य ऐसे स्थल जहां पर हादसा हो सकता है को बंद कराने मुहिम छेड़ी गई थी। जो अब ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। जमुनिया के स्कूल व आंगनबाड़ी के समीप खुले पड़े इस बोर को देखकर यही लगता है कि जिम्मेदारों ने सिर्फ औपचारिकता ही निभाई है। तत्कालीन कलेक्टर का अभियान फाइलों में कैद होकर रह गया है।
इनका कहना है –
मामला आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है तो मैं प्रिंसिपल से बात करके दिखवाता हूं। फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रवीण तिवारी, बीईओ रीठी।