
सागर। वंदे भारत लाईव टीवी न्यूज रिपोर्टर सुशील द्विवेदी। डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक बहु आयामी व्यक्तित्व के स्वामी ही नहीं, एक महान शिक्षाविद्, देशभक्त, राजनेता सांसद,अदम्य साहस के धनी और साहृदय और मानवतावादी थे। भारत के राष्ट्रवादी महापुरुष डॉ. मुखर्जी के विचारों में संपूर्ण भारत दिखता था। जिन्होंने आजादी दिलवाने में प्रमुख भूमिका निभाई और उस समय देश को बचाने के लिए विचार और भावनाओं में जिनके साथ पूरा देश खड़ा था। यह बात विधायक इंजी. प्रदीप लारिया ने ग्राम मारा, नरयावली विधानसभा में आयोजित डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के व्यक्तिव एवं कृतित्व पर आधारित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कही। संगोष्ठी को जिला अध्यक्ष श्याम तिवारी एवं भाजपा गुलाब सिंह राजपूत ने भी संबोधित किया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए विधायक इंजी. प्रदीप लारिया ने कहा कि भारत के इतिहास में वे पहले ऐसे मंत्री थे, जिन्होंने नेहरू सरकार के खिलाफ बगावत की “एक देश में दो प्रधान, दो निशान नहीं चलेंगे” इसके लिए उन्होंने कश्मीर की यात्रा की। 23 जून 1953 को डॉ.मुखर्जी भारतमाता के मणि-किरीट जम्मू कश्मीर में मातृभूमि की बलिवेदी पर चढ़ गए थे। स्वाधीन भारत की अखंडता और प्रभुसत्ता के लिए वह प्रथम बलिदान था जो इतिहास के पन्नों में देदीप्यमान है। डॉ.मुखर्जी के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। भारत ने एक ऐसा व्यक्तित्व खो दिया जो हिंदुस्तान को नई दिशा दे सकता था। आज भले ही वे हमारे बीच नहीं है परंतु उन्होंने जो विचार प्रस्तुत किया वह एक देशभक्त ही कर सकता है। वे आज भी विचारों के रूप में हमारे बीच जीवंत है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. मुखर्जी के सपनों को साकार किया। 5 अगस्त 2019 को धारा 370 का हटना प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का यह निर्णय ऐतिहासिक, साहसिक, देश की एकात्मता को पुष्ट करने वाला एवं कश्मीर के विकास में मील का पत्थर सिद्ध हो रहा है। भाजपा जिला अध्यक्ष श्याम तिवारी ने कहा कि भाजपा में सब कार्यकर्ता होते है और हर कार्यकर्ता को यह मालूम होना चाहिए कि हम जिस दल में काम कर रहे हैं उसका इतिहास क्या है। जनसंघ की स्थापना से लेकर भारतीय जनता पार्टी को शिखर तक पहुंचाने में हमारे राष्ट्रवादी महापुरुषों का योगदान है जिनमें से जन संघ के संस्थापक सदस्य डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी है। जिन्होंने सर्वप्रथम राष्ट्रीय हित के लिए सत्ता छोड़ी थी। पाकिस्तान में हुए अल्पसंख्यक हिंदुओं के नरसंहार से लेकर धारा 370 के विरोध में उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल से अपना त्यागपत्र देकर राष्ट्र हित के लिए जनसंघ नाम से पौधा रोपा था। आज वह वटवृक्ष बनकर भारतीय जनता पार्टी के रूप डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संकल्प को पूरा करते हुए राष्ट्र की सेवा कर रहा है। भाजपा नेता गुलाब सिंह राजपूत ने कहा कि “एक देश में दो प्रधान, दो निशान, दो सरकार नहीं चलेगी” का नारा देने वाले जनसंघ संस्थापक डॉ. मुखर्जी की पुण्यतिथि को भाजपा पूरे देश में आज बलिदान दिवस के रूप में बना रही है। आज हम सभी उनके समर्पण, त्याग और तपस्या का पुण्य स्मरण कर रहे है। उनके बलिदान को हम भुला नहीं सकते। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने डॉ.मुखर्जी की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्जवलित एवं माल्यार्पण कर किया। कार्यक्रम में चैन सिंह भापेल, निकेश गुप्ता, मंडल अध्यक्ष सोहन लोधी, सौरभ केसरवानी, अंकित तिवारी, अरविंद घोषी, नपा अध्यक्ष मिहीलाल, भानुप्रताप, डॉ.अनिल तिवारी, संध्या भार्गव सहित जनप्रतिनिधि, पार्टी पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्तागण उपस्थित रहें।