
अजीतगढ़/श्रीमाधोपुर/सीकर. श्रीमाधोपुर क्षेत्र के अजीतगढ़ कस्बे में एक दर्दनाक सड़क हादसे में मूंगफली की तूड़ी से भरे ट्रक के पलटने से एक दंपति और उनकी तीन वर्षीय बेटी की मौत हो गई। हादसे के बाद 24 घंटे तक शव चारे के नीचे दबे रहे, जिन्हें परिजनों ने खुद जेसीबी से हटवाकर बाहर निकाला।
जानकारी के अनुसार राजेंद्र गुर्जर (चतरपुरा निवासी) अपनी पत्नी अन्नू गुर्जर और बेटी अयांशी (3) के साथ बाइक पर सवार होकर जगदीश धाम दर्शन के लिए जा रहे थे। रास्ते में त्रिवेणीधाम के पास, शाहपुरा की ओर से आ रहा मूंगफली की तूड़ी से भरा ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया और बाइक सवार तीनों लोग उसके नीचे दब गए।
हादसे के बाद ट्रक चालक और मालिक ने किसी को बिना बताए जेसीबी मंगवाकर ट्रक हटवा लिया, लेकिन नीचे दबे तीनों शव वहीं छोड़ दिए गए। देर रात तक जब परिवार घर नहीं लौटा तो परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। परिजनों ने लोकेशन ट्रैक कर खुद मौके पर पहुंचकर जेसीबी मंगवाई और जब तूड़ी हटवाई तो तीनों शव नीचे दबे मिले। इस हृदयविदारक दृश्य को देख पूरे गांव में मातम पसर गया।
घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। उन्होंने शवों को अजीतगढ़-शाहपुरा मार्ग पर रखकर जाम लगाया और ट्रक मालिक पर सख्त कार्रवाई तथा मुआवजे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्थिति देखते हुए मौके पर सीओ उमेश गुप्ता, एसडीएम अनिल कुमार, तहसीलदार जगदीश प्रसाद बैरवा, प्रधान शंकरलाल यादव और थोई, शाहपुरा और अजीतगढ़ पुलिस बल मौके पर पहुंचा और लोगों को समझाने का प्रयास कर रहा है।
ग्रामीणों ने ट्रक मालिक और चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई करने, मृतकों के परिजनों को उचित आर्थिक सहायता और सरकारी मुआवजा देने और दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।