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शिवशाही बस से यात्रा करें या नहीं : यात्री कर रहे है सवाल

शिवशाही में ST से ज्यादा दुर्घटनाएं! गोंदिया हादसे के बाद शिवशाही बस पर सवाल उठ रहे हैं

समीर वानखेडे चंद्रपूर महाराष्ट्र:
शिवशाही हादसा: शिवशाही बस के पलटने से हुआ हादसा, जहां कई खबरें आ रही हैं कि शिवशाही के ब्रेक फेल होने से बस पलट गई, वही के गोंदिया जिले में शिवशाही बस के भीषण हादसे से शिवशाही बस के खराब होने की बात एक बार फिर सामने आ गई है। यह बात सामने आ रही है कि महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम की बस दुर्घटनाओं में सबसे अधिक संख्या शिवशाही बसों की है। 
खराब स्थिति में भी निगम एयर कंडीशनिंग के नाम पर सबसे अधिक यात्री किराया वसूलता है। राज्य में एसटी महानदल के बेड़े में लगभग 15 हजार 600 बसें हैं, जिनमें 892 शिवशाही बसें शामिल हैं। निगम के पास जरूरत की तुलना में तकनीकी स्टाफ कम है। इससे अन्य कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ गया है। इसका असर शिवशाही बसों के रखरखाव पर भी पड़ रहा है। अन्य बसें हर 6 लाख किमी पर एक दुर्घटना की सूचना दे रही हैं। तो अब सवाल यह है कि शिवशाही से यात्रा की जाए या नहीं।
शिवशाही की दुर्घटना दर ST से भी अधिक!
जहां एसटी बसों की दुर्घटना दर हर 6 लाख किलोमीटर पर एक दुर्घटना है, वहीं शिवशाही बसों की दुर्घटना दर हर 3.50 लाख किलोमीटर पर एक दुर्घटना है। एसटी की दुर्घटना दर को देखते हुए, शिवशाही की दुर्घटनाएं एसटी की अन्य बसों की तुलना में दोगुनी से भी अधिक हैं। इसके पीछे का कारण रखरखाव की कमी है। क्या इसके लिए शिवशाही का समग्र डिज़ाइन ज़िम्मेदार है? इसकी भी जांच होनी चाहिए और मांग है कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाना जरूरी है।
जानकारी सामने आई है कि गोंदिया में शिवशाही बस का भीषण हादसा हो गया है। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। फिलहाल घायलों का इलाज जारी है और मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।  नागपुर से गोंदिया आ रही एक शिवशाही बस (गोंडिया बस दुर्घटना) कल 29 नवंबर को दोपहर करीब 1 बजे गोंदिया जिले के सड़क अर्जुनी तालुका के खजरी और दव्वा गांव के पास पलट गई। इस हादसे में 11 शव बरामद हो चुके हैं और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच गया है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इस बीच, कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने परिवहन प्रशासन को गोंदिया एसटी दुर्घटना के पीड़ितों को 10 लाख रुपये की तत्काल सहायता प्रदान करने का आदेश दिया है।

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