उजियार निवासी मृत्युंजय राय ने जिस तरह दुमका में नक्सलियों पर कहन बनकर टूटे थे उसके लिए इन्हें वीरता पुरस्कार का सम्मान मिला है। इस सूचना के बाद पूरे गांव में खुशी की लहर है। आज हर कोई खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
बलिया सोहांव विकास खंड के ग्राम पंचायत उजियार निवासी मृत्युंजय कुमार राय पुत्र दीनबंधु राय को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इन्हें राष्ट्रपति द्वारा नक्सल एरिया में नक्सल विरोधी अभियान के अंतर्गत नक्सलियों को मार गिराए जाने पर “गैलंट्री मेडल” से सम्मानित किया गया है। यह वर्तमान में 56वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल बिहार में तैनात हैं।
इसके पूर्व 35वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल दुमका में तैनात थे। वहां तैनाती के दौरान 10 जुलाई 2020 को बगहा बिहार के बाल्मीकि नगर के जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ हुई थी। जिसमें मृत्युंजय कुमार राय पुत्र दीनबंधु राय और उनकी टीम ने चार खूंखार नक्सलियों को मार गिराया और भारी मात्रा में स्वचालित हथियार बरामद किए थे।
इस विरता को लेकर यह सम्मान बीते 20 दिसंबर 24 को सशस्त्र सीमा बल के स्थापना दिवस पर सिलीगुड़ी रानी दंगा में भारत के गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा प्रदान किया गया। मृत्युंजय राय की प्राथमिक शिक्षा -दीक्षा गांव से होने के बाद वर्ष 1999 में इंटर कॉलेज भरौली से हाई स्कूल, वर्ष 2001 में सेवा संघ इंटर कॉलेज सोहांव से इंटरमीडिएट तथा वर्ष 2004 में टाउन डिग्री कॉलेज बलिया से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की।
वीरता पुरस्कार की सूचना पाकर गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है। पूर्व प्रधान कामता राय, सपा नेता रियाजुद्दीन राजू, सुशील कुमार राय सहित सैकड़ों लोगों ने बधाई दी है।