
अंबेडकर नगर
शहर का नाम आते ही वहां की सुविधाओं का विचार मन में कौंध जाता है, लेकिन मिर्जापुर वार्ड में ऐसा कुछ भी नहीं है। यह वार्ड शहर का हिस्सा जरूर है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर व्यवस्थाएं गांव से भी बदतर है।
आज भी यहां पर गांव का चकमार्ग सड़क में परिवर्तित नहीं हो सका। नाली निर्माण तो शुरू ही नहीं हुआ। बाकी बिजली-पानी की व्यवस्थाएं भी बेपटरी हैं।
लगभग 10 हजार की आबादी वाले वार्ड में करीब 4700 मतदाता हैं। छोटा मिर्जापुर, बड़ा मिर्जापुर, रतनपुर, केवटान समेत चार मोहल्ले हैं। तमसा मार्ग के आगे अधिकतर घरों में बिजली आपूर्ति बल्ली के सहारे की गई है। खंभे तो खड़े हैं लेकिन तार नदारद हैं। सुहेलदेव चौराहे पर सड़क बहुत दिनों से खराब है। यहां पर हमेश गंदा पानी सड़क के गड्ढे में भरा रहता है। एक दूसरे मुहल्लों में जाने के लिए अभी भी लोगों की गांव जैसे चकमार्ग से जाना पड़ता है। काली व इंटरलाकिंग सड़क नहीं बनी हैं पुराने खड़ंजा मार्ग से ही लोगों को आवागमन करना पड़ता है। यहां पर सड़कों के किनारे नाली नहीं बनी हैं।
क्या कहते हैं लोग
रामसागर ने बताया कि वार्ड की मुख्य सड़क की मरम्मत नहीं हुई है। जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं जिससे राहगीरों को दिक्कत होती है। रामजी ने बताया कि बरसात में सड़कों पर पानी व कीचड़ हो जाता है, जिससे निकलना दूभर हो जाता है। लोग गिरते भी हैं। अंकुश ने बताया कि नई काॅलोनियों में अभी बिजली तार नहीं खिंचे हैं। बांस-बल्ली के सहारे किसी तरह आपूर्ति की जा रही है।
मिर्जापुर बड़ा वार्ड है, एक दूसरे मुहल्ले की दूरी भी अधिक है। नई सड़कों को बनवाने के लिए अधिक धन की जरूरत होती है। ऐसे में वार्ड का निरीक्षण किया जाएगा। सड़कों की मरम्मत के साथ अन्य समस्याओं का निस्तारण कराया जाएगा। -वीना सिंह, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका