
कुदरहा,दोफाहद
उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार के सपनों पर पानी फेरने पर तुले ग्राम प्रधान
सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए भले ही नई नई विभागों का गठन कर ले, लेकिन भ्रष्टाचार करने वाले नया रास्ता निकाल ही लेते हैं
बिल्कुल एक ऐसे ही योजना भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ी हुई है।जिसका नाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना एक्ट है,जिसको केवल इस उद्देश्य से शुरू किया गया था।ताकि देश के हर हिस्से का विकास हो सके ।
लेकिन आज इस योजना की हालत ऐसी हो गई है कि , ये योजना गांव के विकास का योजना न बनकर ग्राम प्रधान के विकास का योजना बना हुआ है।
मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए NMMS एप्लीकेशन बनाया गया था ,जिसके माध्यम से साइट पर हो रहे कार्यों का साफ सुथरा फोटो खींचकर अपलोड करने का प्रावधान है, लेकिन इसके बावजूद भी मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है
क्योंकि,,,, कोई पूर्व में कराए गए कार्यों का फोटो खींचकर,,,,, किसी और ग्राम पंचायत में हुए कार्यों का फोटो दिखाकर,,,,, उत्तर प्रदेश शासन को फोटो को अपलोड करके भेज दिया जा रहा है ! क्योंकि ग्राम प्रतिनिधि को यह विश्वास हो चुका है कि वह कोई भी और कितना भी भ्रष्टाचार कर लें जांच करने के लिए कोई आने वाला है ही नहीं, इसीलिए मनरेगा कार्य में चक रोड पटाई के नाम पर पूरे चकरोड मार्ग को ट्रैक्टर से जोत कर फोटो खींचकर अपलोड किया जा रहा है। और फर्जी मजदूरी की फर्जी हाजिरी भी जमकर लगाई जा रही है !
बिल्कुल एक ऐसा ही मामला जनपद बस्ती के विकासखंड कुदरहा के दोफाहद ग्राम पंचायत से जुड़ा हुआ है, जहां पर कुछ दिन पहले ग्राम प्रधान द्वारा पूरे चकरोट को जोत दिया गया था। और फिर से इसी साइड पर 84 फर्जी मजदूरी को फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है,!
ग्रामवासियों से पूछने पर पता चला कि ग्राम प्रधान द्वारा अभी कुछ दिन पहले ही पूरे चकरोड ट्रैक्टर से जुताई कराई गई है और मनरेगा के नाम पर लोगों को लाकर केवल फोटो खींचकर भेज दिया जाता है ! जबकि कहीं कोई काम होता ही नहीं है,,और बार बार इसी फोटो को अपलोड किया जाता है,,