
🚨 अब पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज करना आसान नहीं, सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला 🚨
🔹 सरकार की आलोचना के लिए पत्रकारों पर केस नहीं होगा दर्ज
🔹 सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पुलिस को जारी किया नोटिस
🔹 पत्रकार अभिषेक उपाध्याय की गिरफ्तारी पर रोक
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📰 नई दिल्ली:
देशभर के पत्रकारों के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। कोर्ट ने साफ कर दिया है कि सरकार की आलोचना करने मात्र से किसी पत्रकार पर मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सकता।
📌 सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पुलिस को जारी किया नोटिस
➡ पत्रकार अभिषेक उपाध्याय की गिरफ्तारी पर रोक लगाई गई।
➡ कोर्ट ने कहा, “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता लोकतंत्र का आधार है।”
➡ संविधान का अनुच्छेद 19(1) पत्रकारों को अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार देता है।
➡ सरकार की नीतियों की आलोचना करना अपराध नहीं माना जा सकता।
⚖️ कोर्ट का बड़ा फैसला – पत्रकारों को मिलेगी सुरक्षा
✅ केवल सरकार की आलोचना करने पर एफआईआर दर्ज नहीं होगी।
✅ पत्रकारों के खिलाफ दर्ज मामलों की होगी समीक्षा।
✅ कोर्ट ने कहा, “लोकतंत्र में स्वतंत्र मीडिया आवश्यक है।”
🗣️ पत्रकार संगठनों की प्रतिक्रिया
👉 “यह फैसला प्रेस की आज़ादी के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।” – प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया
👉 “अब कोई भी सरकार तानाशाही तरीके से पत्रकारों को परेशान नहीं कर पाएगी।” – वरिष्ठ पत्रकार
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📝 रिपोर्ट: एलिक सिंह (संपादक, वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज)
📞 संपर्क: 8217554083
📌 जिला प्रभारी (BJAC), भारतीय पत्रकार अधिकार परिषद्
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