
बड़ी खबर: मुख्यमंत्री के राजगढ़ दौरे के दौरान सुरक्षा की चपेट में आया मरीज, इलाज न मिलने से बुजुर्ग की मौत
राजगढ़ (उत्तर प्रदेश): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राजगढ़ दौरे के दौरान एक गंभीर घटना सामने आई है, जब जिला अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे एक बुजुर्ग की मौत हो गई। इस घटना ने प्रशासन की लापरवाही और सरकारी सुरक्षा तंत्र की कमजोरियों को उजागर किया है।
घटना के मुताबिक, जब मुख्यमंत्री का काफिला जिला अस्पताल के पास से गुजर रहा था, सुरक्षा व्यवस्था के चलते अस्पताल में इमरजेंसी में इलाज के लिए पहुंचे बुजुर्ग को अंदर जाने से रोका गया। सुरक्षा कारणों से बुजुर्ग को इलाज की सुविधाएं नहीं मिल पाईं और उनकी स्थिति बिगड़ने पर उन्होंने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।
इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने इसे “सरकारी हत्या” करार दिया और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम होने के बावजूद अस्पताल में आम नागरिकों की सुरक्षा और इलाज को नजरअंदाज किया गया। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि अगर इमरजेंसी में किसी व्यक्ति को इलाज नहीं मिल पा रहा, तो यह राज्य सरकार और प्रशासन की बड़ी चूक है।
विपक्षी नेताओं का आरोप है कि राज्य सरकार की प्राथमिकता केवल मुख्यमंत्री की सुरक्षा पर थी, जबकि आम जनता के लिए जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं में कोई ध्यान नहीं दिया गया।
स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर सवाल
इस घटना ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए हैं। राजगढ़ जिला अस्पताल में इलाज की कमी और इमरजेंसी में त्वरित सहायता की व्यवस्था की पोल खुली है। विपक्ष ने इसे सरकार की नाकामी के रूप में देखा है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सरकार और प्रशासन के लिए चुनौती
राजगढ़ जिला अस्पताल में घटित यह घटना अब एक बड़ी राजनीतिक और प्रशासनिक चुनौती बन गई है। अगर इस घटना की जांच की जाती है, तो यह निश्चित रूप से सरकार और प्रशासन की कार्यप्रणाली को कठघरे में खड़ा करेगी। आम जनता के बीच विश्वास बनाए रखने के लिए सरकार को इस पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करनी होगी।
विपक्ष ने की जांच की मांग
विपक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल पूछा है कि मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान जहां एक तरफ सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता दी गई, वहीं दूसरी तरफ अस्पतालों में मरीजों के इलाज की सुविधाओं में लापरवाही क्यों की गई? विपक्ष ने घटना की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।
📝 रिपोर्ट: एलिक सिंह, संपादक, वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज
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