
सागर। वंदे भारत लाईव टीवी न्यूज रिपोर्टर सुशील द्विवेदी।सांदीपनि विद्यालय शा.म.ल.बा.क.उ.मा.वि.क्र.1 सागर में समरकैम्प आयोजित किया गया। जिसका विनय दुवे प्राचार्य की उपस्थिति में समर कैम्प का समापन हुआ।समर कैम्प में पेंटिंग एवं क्राफ्ट पारम्परिक नृत्य, स्थानीय लोक एवं हस्तकला शास्त्रीय संगीत एवं वाद्ययंत्र पारम्परिक एवं स्थानीय खेल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एवं कम्प्यूटर की थीम 109 छात्राओं द्वारा भाग लिया गया। ये विद्यार्थी कक्षा 3 से 12 तक में अध्ययनरत है। श्रीमति रचना तिवारी समर कैम्प की नोडल ने संपूर्ण समर कैम्प की रूपरेखा को विस्तार से बताया।समर कैम्प का मुख्य उद्देश्य नई शिक्षा नीति से जोडकर बच्चो को पाठ्य सहगामी गतिविधियों के साथ सामाजिक मुद्दों से जोडकर समाज को नई दिशा देना है। समर कैम्प 2025 सह्दय सीखे, सृजन करें, समाज से जुडे और छात्राओं ने पूरे उत्साह के साथ समर कैम्प में भाग लेकर निश्चित ही इस लक्ष्य को प्राप्त किया है।समर कैम्प में सादिक खान, कम्प्यूटर शिक्षक द्वारा सभी छात्राओं को कम्प्यूटर लिटरेसी, डिजिटल प्रोग्राम कोर्स कराया जिससे सभी छात्राओं को कम्प्यूटर लिटरेसी प्रोग्राम, एम. एस. ऑफिस, कम्प्यूटर डिजिटल टूल्स, इंटरनेट और मीडिया से संबंधित जानकारी दी गई और साइबर सिक्यूरिटी से संबंधित जानकारी प्रदान की गई जिसमें सभी छात्राओं ने कम्प्यूटर डिजिटली सर्टिफिकेट प्राप्त किया। कु. मुश्कान विश्वकर्मा द्वारा छात्राओं को तबला, हारमोनियम बाद्य यंत्रों को बजाना सिखाया गया। हनी कोष्टी ने 1 गीत सुनाया जो वाद्ययंत्र से सीखा गया। बच्चो को तबला हारमोनियम गायन वादन का प्रशिक्षण दिया गया और बच्चों ने बहुत ही उत्साह के साथ संगीत (गायन वादन) को सीखा और तबला पर सोलो वादन करना सीखा तीनताल रूपक ताल दादर कहरवा कायदा आदि तालो क बारे में गाना एवं बजाना सीखा बच्चों में कला होती है, उसे बस निखरने की आवश्यकता है।रूचि अहिरवार के द्वारा नृत्य का प्रशिक्षण दिया गया जिसमें अलग-अलग नृत्य सिखाया जिसमें पंजाबी, गुजराती, हरियाणवी,अलग-अलग राज्य के नृत्य सिखाया गया और राज्य के नृत्य, लोकनृत्य और क्षत्रिय नृत्य सिखाया और सभी नृत्य कीजानकारी दी गई। सभी छात्राओं ने मेहनत और लग्न के साथ सीखा वह समर कैम्प के आखिरी दिवस पर हरियाणवी नृत्य की सुन्दर प्रस्तुति दी।चित्रकला, पेंटिंग एवं क्राफ्ट में प्रशिक्षक शुभम विश्वकर्मा द्वारा बच्चों को वाटर कलर, पेंटिंग, मॉडर्न आर्ट की बारिकियाँ सिखाई गई। बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट की थीम पर गत्ते काडबोर्ड व न्यूज पेपर की सहायता से मीनाक्षी मंदिर केदारनाथ मंदिर बनाना सिखाया गया। बच्चो ने बहुत सुन्दर-सुन्दर कलाकृतियों बनाई। प्रशिक्षक शुभम विश्वकर्मा ने बताया कि हर बच्चे में कला होती है। बस उसे निखारने की आवश्यकता है। अतः निश्चित ही आने वाले समय में नये कलाकार पेटिंग के क्षेत्र में अपना और देश का नाम रोशन करेगे।समर कैम्प के समापन के अवसर पर विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक जे.पी. अहिरवार, शैलेन्द्र जाटव,व्यवसायिक शिक्षक जुगल किशोर जोगी उपस्थित रहे। अंत में सांदीपनि विद्यालय के प्राचार्य विनय कुमार दुबे जी के द्वारा संपूर्ण समापन किया गया। मंच का संचालन शैलेन्द्र जाटव द्वारा किया गया।