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*जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में ‘मिशन नेत्र ज्योति’ ने बदली बच्चों की ज़िंदगी*

मंडला जिले में जिला कलेक्टर के दूरदर्शी मार्गदर्शन में चलाए जा रहे महत्वाकांक्षी **'मिशन नेत्र ज्योति'** के तहत मोतियाबिंद से ग्रसित बच्चों को नई रोशनी देने का कार्य सफलतापूर्वक जारी है।

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मंडला MP हेमंत नायक महाराजपुर

तीन बच्चों को मिली नई रोशनी, एक की सर्जरी सोमवार को; मंडला में ‘मिशन नेत्र ज्योति’ का सफल क्रियान्वयन

*मंडला मध्यप्रदेश न्यूज– मंडला जिले में जिला कलेक्टर के दूरदर्शी मार्गदर्शन में चलाए जा रहे महत्वाकांक्षी ‘मिशन नेत्र ज्योति’ के तहत मोतियाबिंद से ग्रसित बच्चों को नई रोशनी देने का कार्य सफलतापूर्वक जारी है। इस मिशन का उद्देश्य ऐसे बच्चों की आंखों का निःशुल्क उपचार कर उन्हें एक बेहतर भविष्य देना है।

17 में से 14 बच्चों का सफल उपचार

मिशन नेत्र ज्योति के अंतर्गत कुल 17 बच्चों को मोतियाबिंद से ग्रसित चिह्नित किया गया था। इनमें से 11 बच्चों का उपचार 19 मई को पहले ही किया जा चुका था। मंगलवार को शेष बच्चों के उपचार के लिए एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) टीम द्वारा 9 बच्चों को लाया गया। शिविर में 4 बच्चों को सर्जरी के लिए चयनित कर जिला चिकित्सालय मंडला के वार्ड नंबर 52 में भर्ती किया गया। इनमें से तीन बच्चों की मोतियाबिंद की सर्जरी मंगलवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुई।

डॉ. तरुण अहिरवाल द्वारा निःशुल्क ऑपरेशन

बताया गया कि एक बच्ची के उपचार के दौरान अस्थिर होने के कारण उसकी सर्जरी सोमवार को एनेस्थीसिया के माध्यम से की जाएगी। इन सभी बच्चों का ऑपरेशन नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. तरुण अहिरवाल द्वारा किया गया। जिन बच्चों की सर्जरी हुई है, उनमें 9 वर्षीय संजना परस्ते (पिता माते सिंह परस्ते, ग्राम बढ़वार), 12 वर्षीय श्रवण परस्ते (पिता माते परस्ते, ग्राम बढ़वार) और 11 वर्षीय अंशिका भंवरे (पिता जगत, ग्राम हीरापुर) शामिल हैं। इन सभी बच्चों का निःशुल्क ऑपरेशन किया गया है और वे सभी स्वस्थ हैं।

शिक्षा और सामान्य जीवन पर सकारात्मक प्रभाव**

यह निःशुल्क ऑपरेशन इन बच्चों और उनके परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, क्योंकि मोतियाबिंद के कारण उनकी शिक्षा और सामान्य जीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा था। आंखों की रोशनी वापस मिलने से अब ये बच्चे सामान्य जीवन जी सकेंगे और अपनी पढ़ाई भी जारी रख पाएंगे।

शिविर के दौरान सीएमएचओ डॉ. केसी सरोते, सिविल सर्जन डॉ. विजय सिंह धुर्वे, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. तरुण अहिरवाल, आरबीएसके प्रबंधक अर्जुन सिंह, आरबीएसके डॉक्टर, एएनएम, संजय भोयर के साथ आईओपीडी और ओटी के स्टाफ उपस्थित रहे, जिन्होंने इस सफल मिशन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। ‘मिशन नेत्र ज्योति’ मंडला जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति प्रशासन की संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

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