
चिड़ावा/झुंझुनूं. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने चिड़ावा में बिजली विभाग के सहायक अभियंता (एईन) आजाद सिंह अहलावत और प्रशासनिक अधिकारी नरेंद्र सिंह को 30,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना की फाइल को अप्रूव करने के एवज में रिश्वत मांगने के आरोप में की गई।
उधमपुरा, सूरजगढ़ निवासी विमलेश ने 6 जून को एसीबी झुंझुनूं में शिकायत दर्ज कराई थी। विमलेश ने बताया कि उसने पीएम सूर्यघर योजना के तहत अपनी फाइल लगाई थी, लेकिन विभाग इसे अप्रूव नहीं कर रहा था। एईन आजाद सिंह अहलावत ने प्रशासनिक अधिकारी नरेंद्र सिंह के माध्यम से फाइल अप्रूव करने के लिए ₹40,000 की रिश्वत मांगी। बाद में ₹30,000 में सौदा तय हुआ।
शिकायत मिलने के बाद एसीबी झुंझुनूं की टीम ने डीएसपी इस्माइल खान के नेतृत्व में अपना जाल बिछाया। परिवादी विमलेश को प्रशासनिक अधिकारी नरेंद्र सिंह को रिश्वत की रकम देने के लिए खेतड़ी रोड स्थित मुक्तिधाम के पास प्रिंस स्कूल के पास बुलाया गया। एसीबी टीम जिसमें डीएसपी इस्माइल खान और सीआई सुरेश शामिल थे, एक क्रूज़र गाड़ी में पहुंची और अलग-अलग हिस्सों में गलियों में फैल गई। डीएसपी इस्माइल खान और उनकी टीम के एक अधिकारी प्रिंस स्कूल के सामने स्थित एक लेथ मशीन की वर्कशॉप पर जाकर बैठ गए, जहाँ उन्होंने पानी पिया और वर्कशॉप के मालिक से बातचीत करते रहे। थोड़ी देर बाद प्रशासनिक अधिकारी नरेंद्र सिंह अपनी बाइक पर वहाँ पहुंचा। उसे देखते ही सभी टीमें अलर्ट हो गईं। जैसे ही परिवादी ने नरेंद्र को रिश्वत के ₹30,000 सौंपे, एसीबी टीम ने नरेंद्र पर धावा बोल दिया। एसीबी टीम को देखकर नरेंद्र अपनी बाइक पटक कर एक गली में भागने लगा। भागते-भागते ही उसने रिश्वत के पैसे गली के कोने पर स्थित एक खाली प्लॉट में फेंक दिए, लेकिन उसकी यह चाल सफल नहीं हो सकी। एसीबी टीम के सदस्यों ने पीछा कर उसे पकड़ लिया और प्लॉट से फेंके गए रिश्वत के पैसे भी बरामद कर लिए। पकड़े जाने पर प्रशासनिक अधिकारी नरेंद्र सिंह एसीबी टीम के सामने गिड़गिड़ाने लगा। नरेंद्र ने एसीबी टीम के अधिकारियों से कहा कि “इसमें से मुझे तो ₹5,000 भी नहीं मिलेंगे।” नरेंद्र सिंह की तस्दीक पर एसीबी ने बाद में सहायक अभियंता आजाद सिंह अहलावत को भी गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को एसीबी चिड़ावा थाने लेकर आई, जहाँ पूरे मामले में सबूतों को मुहरबंद किया गया।
फिलहाल, दोनों आरोपियों से मामले में गहन पूछताछ की जा रही है। एसीबी टीम में डीएसपी इस्माइल खान, सीआई सुरेश, एएसआई रोहिताश्व, हेड कांस्टेबल त्रिलोक, करणसिंह, कनिष्ठ सहायक प्रमोद पूनिया, कांस्टेबल नरेंद्र कुमार, कुमार सानू, राकेश, और विक्रम शामिल थे, जिन्होंने इस सफल कार्रवाई को अंजाम दिया।