
मनरेगा से स्थानीय स्तर पर महिलाओं को मिले रोजगार के पर्याप्त अवसर
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मनरेगा ग्रामीण महिलाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध करा रही है। मनरेगा के अंतर्गत ग्रामीण महिलाओं को रोजगार मिलने से उनकी आय में वृद्धि हुई है और उनकी जीवन स्तर बेहतर हो रहा है। मनरेगा ने ग्रामीण महिलाओं को आत्मसम्मान दिया है और वे इस योजना का लाभ लेकर आत्मनिर्भर भी बन रही है।
खरगोन जिले में मनरेगा के अंतर्गत 01 लाख 29 हजार 111 सक्रिय महिला मजदूर रजिस्टर्ड है। इन महिलाओं को चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में 19 लाख 49 हजार 567 मानव दिवसों का रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इससे इन महिलाओं के खाते में 47 करोड़ 37 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई है। इसके अलावा महिलाओं को मनरेगा की उपयोजना कपिलधारा, नंदन फलोद्यान, मछली पालन तालाब, सामुदायिक पोषण वाटिका, आवास विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। खरगोन जिले में 1340
महिलायें मनरेगा के कार्यों में मेट के रूप में कार्य कर रही है। यह महिलाओं के सशक्तिकरण को दर्शाता है और बताता है कि महिलायें भी पुरूषों से कम नहीं है और अपना काम जिम्मेदारी के साथ करती है।
मनरेगा के अंतर्गत जिले में 32 सामुदायिक पोषण वाटिका महिलाओं के समूहों द्वारा संचालित की जा रही हैं। जिसमें जैविक सब्जियों का उत्पादन किया जा रहा है। सामुदायिक पोषण वाटिका सीएनजी में महिलाओं को मजदूरी व सामग्री के रूप में राशि मनरेगा से प्रदान की जा रही है और पोषण वाटिका से उत्पादित सब्जियों पर महिलाओं को पूरा हक होता है। इससे महिला समूहों को आर्थिक लाभ भी हो रहा है।