सगमा से सकेन्द्र बैठा की रिपोर्ट : जिला अंतर्गत सगमा प्रखंड इन दिनों काफ़ी सुर्खियों में है कभी खबर संकलन करने के दौरान पत्रकारों के साथ लाभुक द्वारा बदसलूकी करना और लाभुक के द्वारा पत्रकारों पर थाने में केश करना हो ऐसा ही एक ताज़ा मामला सामने आया है जो सगमा प्रखंड मे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) में गड़बड़ी में रिकॉर्ड कायम करने वाले सगमा प्रखंड में मनरेगा कानून की धज्जियां उड़ रही हैं. ताजा मामला प्रखंड के अंतर्गत बीरबल पंचायत से जुड़ा है.बीरबल ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत डोभा निर्माण योजना में मजदूरों के बदले जेसीबी मशीन से दिन के उजाले में खुलेयाम जेसीबी मशीन से काम कराया जा रहा है. यह मामला ज़ब उजागर ज़ब मनरेगा लोकपाल सुशील कुमार तिवारी दिन बुधवार बीरबल पंचायत में औचक निरीक्षण किया। जिस तरह से दिन के उजाले में योजना में जेसीबी मशीन का प्रयोग किया गाया है. लगता है कि जल्दी काम निपटाने के इरादे से यह काम जेसीबी मशीन का कराया जा रहा है. यह सारा खेल पहले तो रात के अंधेरे में योजना में जेसीबी मशीन से काम कराया जा रहा था लेकिन अब ऐसा भी हो गाया हैं कि मनरेगा योजना नियम के ताक पर रख कर योजना में दिन के उजाले में जेसीबी मशीन से काम कराया जा रहा हैं जो कि मनरेगा योजना की खुलेआम धज्जिया उड़ाई जा रही है।
गढ़वा :सगमा प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत चल रहे कार्यों में भारी अनियमितता का मामला सामने आ रहा है। प्रखंड के सोनडीहा पंचायत में नियम का अनदेखी कर डोभा निर्माण में जेसीबी मशीन का उपयोग करने का मामला का जांच चल रहा था वही उसी प्रखंड के बीरबल पंचायत में दिन के उजाले में डोभा निर्माण में जेसीबी मशीन से खुदाई किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। मामला आते ही सूचना के आधार पर मनरेगा लोकपाल सुशील कुमार तिवारी ने बुधवार को स्थल पर पहुंच कर मामले की जांच किया। जांच के दौरान डोभा निर्माण में जेसीबी मशीन का प्रयोग किए जाने के मामले को सही बताते हुए दोषी के विरुद्ध करवाई करने की बात कही। कार्य स्थल पर प्रखंड के बीपीओ, रोजगार सेवक उपस्थित थे।
किसका है योजना और कितना हुआ है भुगतान :- है
सगमा प्रखंड के बीरबल पंचायत के बीरबल गांव में 2025-26 में योजना कोड संख्या 3407014003 / IF 7080903989792 के
तहत रामसेवक यादव के खेत में 80X80 X10 साइज का डोभा योजना की स्वीकृति किया गया था। योजना प्रारंभ होने से पूर्व उक्त योजना में एक लाख एक हजार आठ सौ दो रुपया का भुगतान किया जा चुका है। इस से साबित होता हैं कि
ऑफिस, लाभुक और पंचायत प्रतिनिधियों की मिलीभगत से हो रहा है.
इससे पूर्व सगमा प्रखंड में चल रहे अनियमितता का मामला हुआ है उजागर :-
सगमा प्रखंड में अनियमितता का मामला नया नहीं है। प्रखंड के सोनडीहा पंचायत में अबुआ आवास योजना में भारी अनियमितता का मामला आने के बाद एसडीओ ने मामले का जांच किया था। जांच के दौरान आवास योजना में भारी अनियमितता का मामला आने के बाद एसडीओ के निर्देश पर बीडीओ ने उक्त पंचायत के मुखिया के विरुद्ध धुरकी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराया था। तथा आवास कौडिनेटर, पंचायत सचिव और रोजगार सेवक से स्पष्टीकरण मांगा है। उसी पंचायत में मनरेगा योजना के तहत चल रहे डोभा निर्माण में जेसीबी मशीन का उपयोग करने पर मनरेगा लोकपाल ने मामले की जांच कर कारवाई करने की बात कहा है।