
अजीत मिश्रा (खोजी)
।। कागजी मनरेगा श्रमिक साठसाला पेंशन भोगी के साथ कई धनवान व साधन- सम्पन्न लोग भी सरकारी धन की लूट मे शामिल।।
बस्ती l जनपद के क्षेत्र पंचायत रामनगर के गांव पंचायत तेनुआ असनहरा मे ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक द्वारा मनरेगा एक्ट की धज्जियाँ उड़ाई जा रही l
मनरेगा श्रम कार्ड के जरिये कई साठसाला बृद्धा पेंशन पाने वालों के नाम से कागजी कार्य करना दिखाकर सरकारी मोटी धनराशि उनके बैंक खाते मे डालने की प्रथा चली आ रही है l शिकायती पत्र पर BDO रामनगर द्वारा गठित जांच टीम में शामिल सहायक विकास
अधिकारी ISB (म0), सहायक विकास अधिकारी ISB दि0-16/5/2025 को स्थलीय व अभिलेखीय जांचो उपरान्त जांच आख्या प्रेषित की गयी l
जिसमे उक्त श्रमिको द्वारा कार्यस्थल पर कार्य करते हुए का एक भी फोटो नहीं है l श्रमिकों द्वारा कार्य करके अपने बैंक खाते में पूरा भुगतान लेने का शपथ-पत्र दिए जाने की बात कही गयी l
सूत्र बताते हैं कि- बैंक खाते में भेजे गए मजदूरी की रकम में से कागजी श्रमिकों को मात्र दस प्रतिशत ही मिला था परन्तु शपथ-पत्र में पूरी रकम प्राप्त करने की बात लिखनी है इसलिए उनकी घबराहट, बेचैनी बहुत बढ़ गयी थी, जिसको दूर करने के लिए जिम्मेदारो द्वारा किसी दूसरे मद मे कुछ और अधिक धन दिलाने की बात कही गयी तब जाकर कहीं कागजी श्रमिकों द्वारा शपथ-पत्र पर हस्ताक्षर बनाया गया l
आपको बताते चले कि वर्ष 2015से वर्ष 2020 में इसी गांव पंचायत के विकास कार्यों की जांच तत्कालीन जिलाधिकारी महोदय के आदेश पर हुआ था जिसमे जांच रोकने, अशांति फैलाने, पूरे गांव- पंचायत के लोगो में भय व दहशत का माहौल बनाकर गाववासी को जांच में सच्चाई न बता सके इसलिए ग्राम प्रधान वीरेंद्र पुत्र कालीदीन व उनके परिवार के साथ यही असंख्य कागजी मनरेगा श्रमिक पूरे दम- खम के साथ मौजूद रहेऔर किसी एक भी व्यक्ति को जांच टीम के समक्ष नहीं आने दिए l
गांव वासी के जांचस्थल पर न आने पर जांच टीम द्वारा खड़ंजा निर्माण व मरम्मत कार्य की जांच रिपोर्ट प्रधान पक्ष में लगाते हुए पचासो लाख रूपये के हुए भ्रष्टाचार को मात्र पांच लाख रूपये दिखाया गयाl
जिसमे खड़ंजा निर्माण –खड़ंजे से दयाराम के घर तकजिसकी वास्तविक दूरी 225मीटर है जो रोजगार सेवक रमेश कुमार के मकान से दयाराम के घर तक जाती है का वर्ष 2019से आज तक नहीं कराया गया, उसको दूसरे डीह के दयाराम का घर दिखाया गया है, जिसकी-खड़ंजे से दयाराम के घर तक खड़ंजा निर्माण की दूरी मात्र 35मीटर ही है जिसका भुगतान रुपया 01,9300/-अवैध ढंग से लिया गया l दूसरा-खड़ंजे से पटेल इंटर कालेज तक जिसकी लम्बाई मात्र 07मीटर है, भुगतान रुपया-01,67000/-और मलपुरवा किशोरे के घर से राधेश्यामके घर तक खड़ंजा निर्माण के नाम पर सरकारी धन- रुपया-99000/-प्रधान, सचिव द्वारा हड़प लिया गया ज़बकि मालपुरवा नाम का कोई डीह है ही नहीं, जिला स्तरीय जांच टीम बस्ती द्वारा
तत्कालीन ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, जे ई दोषी पाए जाने का रिपोर्ट लगा l
राजनैतिक संरक्षण के कारण भ्रष्टाचारी गण के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर सरकारी धन की
वसूली करने में आज तक जिला प्रशासन बस्ती असमर्थ रहा l
प्रदेश व केंद्र सरकार की
मंशा के अनुरूप क्या, कभी जिला प्रशासन बस्ती कार्य कर पायेगा?
क्या अन्य जॉब कार्ड के साथ,जॉब कार्ड UP-53-006-066-001/299 व ———–001/367की जाँच होंगी?
बस्ती जिले के रामनगर वि0खंड अंतर्गत गांव पंचायत तेनुआ असनहरा के कागजी साठ-साला पेंशन वालों के नाम से बने जॉब कार्ड पर उनके बैंक खाते में भेजने वाले सम्बंधित अधिकारी/कर्मचारी गण समेत कागजी श्रमिक गण के विरुद्ध सार्वजानिक हित मे मुकदमा पजीकृत करते हुए सरकारी