वन्देभारत लाइव टीवी के लिए शहडोल से शुभम सिंह बिसेन की रिपोर्ट….
अवैध रेत का खनन और माफिया! जी हां हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के शहडोल जिले की जहां पटवारी की हत्या के बाद कल पुलिस विभाग में ही व्यौहारी थाने में पदस्थ एएसआई महेंद्र बागरी की रेत माफिया ने हत्या कर दी।
कुमार प्रतीक के कार्यकाल में माफियाओं द्वारा की गई यह दूसरी हत्या है। आपको बता दें की पूर्व में जिले के पुलिस कप्तान रहे श्री अवधेश गोश्वमी ने जिले में संचालित समस्त प्रकार के अपराधों में अंकुश लगाते हुए सुव्यवस्था और सुशासन की मिसाल कायम की थी।
कुमार प्रतीक के कार्यकाल में यह मामले भी रहे सुर्खियों पर…
1. एसपी कार्यालय शहडोल में सायबर सेल में प्रभारी के पद पर पदस्थ रहे एएसआई अमित दीक्षित पर पद का दुरुपयोग करते हुए गांजा तस्करों को सहयोग दिए जाने की घटना ससबूत सामने आई!
2. ठीक इसी घटना के पश्चात एएसआई अमित दीक्षित के ऊपर एक महिला ने मारपीट गाली गलौज का आरोप लगाया।
नतीजे:- जांच की खाना पूर्ति के पश्चात मामला ठंडे बस्ते में चला गया और अमित दीक्षित लंबी छुट्टी के बाद वापस ड्यूटी पर हैं!
रेत माफिया व कबाड़ माफिया अपने चरम पर हैं नतीज़ा बाणसागर में पटवारी की हत्या व व्यौहारी में एएसआई की रेत माफिया द्वारा हत्या।
शहडोल में सोहागपुर क्षेत्र में गुड्डू कबाड़ी,रहीम व वहीं बुढ़ार /धनपुरी क्षेत्र में सुमत जैन उर्फ़ बद्दे का अवैध कारोबार चरम पर है। आज रेत माफिया तो कल कबाड़ माफिया के भी हौसले बुलंद होने को हैं मगर साहब के कानों में जूं रेंगती नजर नहीं आती।
अब तो जनता का यह भी कहना है की जिनके घर कांच के होते हैं वह दूसरों की खिड़कियों पर पत्थर नहीं मारते हालांकि इस बात का एएसआई अमित दीक्षित से कोई लेना देना नहीं है।