
जबलपुर से जिला प्रमुख राहुल सेन की खास रिपोर्ट/बालिका वधू धारावाहिक सबको याद होगा, किस तरह से कम उम्र में एक लड़की की शादी हो जाती है और फिर वह कैसे कम उम्र में इस बंधन को निभाती है। जबलपुर में इस धारावाहिक से बढ़कर काम हुआ है। एक बालिका वधू महज 15 साल में ही मां बन गई और इसका खुलासा उसे वक्त हुआ जब उसे मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कम उम्र में शादी कराना अवैध
बालिका वधू के खुलासा होने पर पुलिस ने मायके और ससुराल पक्ष के लोगों पर पॉक्सो एक्ट की धारा लगाते हुये कार्रवाई शुरू कर दी है। दोनों पक्ष के लोगों को अब कम उम्र में बच्ची की शादी जल्द करने पर पछतावा भी हो रहा है। नाबालिकों की शादी को लेकर सरकार और प्रशासन लगातार जागरूकता अभियान चलता है, इसके बावजूद भी जबलपुर में यह प्रकरण सामने आया है।
बालिका वधू की उम्र 16 से भी कम
जानकारी के अनुसार जिले के मझौली गांव निवासी गोलू भूमिया की शादी एक साल पहले कटनी की रहने वाली किशोरी के साथ की गई थी। किशोरी की उम्र अभी 16 वर्ष पूर्ण होने में कुछ महीने शेष है और अब वह खुद एक बच्चे की मां बन चुकी है। किशोरी को प्रसव पीड़ा के दौरान काफी परेशानी हुई है।
मझौली थाना पुलिस का एक्शन
किशोरी को प्रसाद पीड़ा के दौरान मेडिकल अस्पताल लाया गया। जहाँ डॉक्टर ने प्रसूता की गंभीर स्थिति में डिलीवरी करते हुए कम उम्र की मां और बच्चे को नई जिंदगी दी। तो वही इस मामले में किशोरी के परिजनों पर कानूनी कार्यवाही के निर्देश भी दिये।
मझौली थाना पुलिस ने इस मामले में पति सहित ससुराल पक्ष और मायके पक्ष के लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है।