नाबालिग लड़की को अपहरण कर पांच लाख में बेचा, खरीदार ने कई बार शारीरिक संबंध बनाए
इंदौर। मानव तस्करी-देहव्यापार में लिप्त गिरोह ने 17 वर्षीय किशोरी गुजरात में सौदा कर दिया। खरीदार किशोरी को बंधक बनाकर कईं दिनों तक शौषण करता रहा। मौका देख किशोरी आरोपित के चुंगल से निकली और 20 किमी पैदल रास्ता तय कर इंदौर आई। गुरुवार रात हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं की मदद से थाने पहुंचकर दलालों सहित सात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई। पुलिस ने दो महिलाओं सहित सात को गिरफ्तार कर लिया है। घटना चंदननगर थाना अंतर्गत गीतानगर कालोनी की है। पुलिस ने 17 वर्षीय किशोरी के बयान पर आयशा उर्फ कोमल और उसके पति मोहम्मद आदिल उर्फ गोलू पठान,जीवन,विमला,धर्मेंद्र,रवि,प्रकाश के विरुद्ध अपहरण,दुष्कर्म,पाक्सो एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।
*ऐसे दिया घटना को अंजाम*
एडिशनल डीसीपी जोन-4 आनंद यादव के मुताबिक आयशा वर्ग विशेष की किशोरी की परिचित है। 5 नवंबर को रात करीब 9 बजे पति गोलू के साथ किशोरी के घर आई और कहा कि बेटमा तक चलना है।
राजमोहल्ला में धर्मेंद्र,विमला,जीवन और रवि कार लेकर खड़े थे। 9 नवंबर को रात में बगैर बताए घर से भाग कर ट्रेन में बैठी और सीधे इंदौर आ गई।
गुरुवार रात हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारी सुमित हार्डिया,राजकुमार टेटवाल,प्रवीण यादव,मानसिंह राजावत को घटना बताई और बयान दर्ज करवाकर गिरोह के सात सदस्यों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करवाया।
पुलिस ने शुक्रवार सुबह तक आरोपित आयशा,मोहम्मद आदिल,जीवन,रवि,विमला और धर्मेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित प्रकाश की तलाश में टीम रवाना की गई है।
*पांच लाख में खरीदा है, मुंह बंद रखना पड़ेगा*
किशोरी ने बताया प्रकाश उससे दोगुना उम्र का है। उसने बंधक बना लिया था।
दुष्कर्म का विरोध करने पर किशोरी को धमकाया और कहा कि पांच लाख रुपये में खरीदा है। चार लाख रुपये आरोपितों को दे चुका था।
किशोरी ने स्वजन से बात करना चाही लेकिन प्रकाश फोन नहीं देता था। तीन दिन बाद वह करीब 20 किमी तक पैदल चलकर जामनगर आई।
अनजान लोगों से फोन और रुपये मांगे। जामनगर से ट्रेन पकड़ कर इंदौर पहुंची और मां व दोस्त को घटना बताई।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आयशा और उसका पति लुटेरी दुल्हन गैंग गिरोह का सरगना है।
आरोपित शादी करवा कर दुल्हन के माध्यम से खरीदार के घर से रुपये व सोना लेकर गायब हो जाती है।