
उत्तरकाशी, उत्तराखण्ड
सोमवार के दिन, पहाड़ी से मौत बनकर गिरने लगे बड़े-बड़े पत्थर और मलबा दफन हो गई दो जिन्दगी | हादसा यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर नौकैंची के पास का है जहाँ अचानक से ही बिना किसी बारिश के भूस्खलन होने लगा और बड़े-बड़े बोल्डर पहाड़ी से गिरने शुरू हो गए जिसमे तीन से चार लोग उस में दब गए | जिसके बाद यात्रियों और स्थानीय लोगों में दहशत हो गई है।बोल्डर और मलबे में दबने से एक लडकी और एक पुरुष की मौत हो गई | दो का शव निकाल लिया गया है लेकिन अभी और भी लोगो के दबे होने की आशंका है | एसडीआरएफ की टीम दबे लोगों की तलाश में लगातार जुटी है। नौकैंची के समीप हुए भूस्खलन की घटना में घायल मुंबई निवासी रशिक ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ यमुनोत्री धाम के दर्शन कर लौट रहे थे। अचानक पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिरने शुरू हो गए। जब तक वह कुछ समझ पाते, तब तक वह और उनका एक साथी बोल्डर और मलबे के साथ खाई में जा गिरे। एक किशोरी भी बोल्डर की चपेट में आने से यमुना नदी के किनारे जा गिरी। कुछ देर बाद होश आया तो मलबे और बोल्डर के नीचे से हाथ बाहर निकालकर मदद मांगी। उसके बाद लोगों ने उन्हें निकाला और उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। यमुनोत्री धाम मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष प्रदीप उनियाल ने बताया कि वह थोड़ी देर पूर्व ही उस स्थान से यमुनोत्री धाम के लिए जा रहे थे। करीब एक किमी आगे पहुंचते ही सूचना मिली कि नौकैंची के समीप भूस्खलन हो गया है और वहां पर कुछ लोग दब गए हैं। उसके बाद वह घटनास्थल पर पहुंचे और सूचना पुलिस और प्रशासन को दी। वहां पर पहली बार भूस्खलन हुआ है। ऐसी आशंका जताई जा रही है की पानी की टंकी से रिसाव होने के कारण भी यह घटना हो सकती है।