http://मोहरसिंह,नोहर,जिला हनुमानगढ़,राजस्थान। |श्री रूपराम स्वामी लॉ कॉलेज,नोहर में कार्यवाहक प्राचार्य पवन कुमार भादरा के निर्देशन में सहायक आचार्य डॉ. सुमित कुमार के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने राज्य बनाम विजेंद्र, दहेज हत्या मामले पर मूट कोर्ट का मंचन किया। कार्यवाहक प्राचार्य पवन कुमार भादरा ने बताया कि कार्यक्रम में न्यायालय की प्रक्रिया को विद्यार्थियों ने बहुत ही सरल एवं सहज तरीके से समझाने का प्रयास किया। इस मूट कोर्ट में दहेज हत्या से संबंधित मामला भारतीय न्याय संहिता की धारा 80 के तहत सेंशन न्यायालय द्वारा विचारित किया गया। सत्र न्यायाधीश ने निर्णय सुनाते हुए कहा कि सभ्य समाज में दहेज के लोभियों द्वारा इस प्रकार के अपराध कतई स्वीकार्य नहीं है, ऐसे अपराधों को रोकना आवश्यक है। अभियोजन पक्ष ने अपना मामला संदेह से परे साबित किया इसलिए अभियुक्त को धारा 80 भारतीय न्याय संहिता,2023 के तहत दस वर्ष के कारावास एवं पचास हजार रूपये के अर्थदंड से दण्डित किया गया। मूट कोर्ट में सत्र न्यायाधीश की भूमिका एलएल.बी. तृतीय वर्ष की छात्रा सुश्री सुमन सतपाल, परिवादी की तरफ से लोक अभियोजक छोटू चिडदिया व अधिवक्ता विपिन सोनी ने पैरवी की। बचाव पक्ष के अधिवक्ता के रूप में मनीष बेरवाल ने अपना किरदार निभाया। स्टेनो के रूप में मनोज लालर,गंगाधर , रीडर- दिशा मित्रुका, अभियुक्त के रूप में सुरेश कस्वां, साक्षी के रूप में सतवीर फड़ोलिया,महिपाल कालवा, बलबीर सोनी, ओमप्रकाश तथा चिकित्सक के रूप में राकेश ढाका ने भूमिका निभाई। अनुसंधान अधिकारी के रूप में जसवंत सिंह,एवं एसएचओ का विजेंद्र कुमार ने किरदार निभाया। मुख्य अतिथि शिक्षण संस्थान के निदेशक अमर सिंह स्वामी रहे। का.प्राचार्य ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मूट कोर्ट का एक ही उद्देश्य है कि विधि विद्यार्थी न्यायालय में होने वाली प्रक्रिया को बारीकी से तथा आसानी से समझे एवं अपना पक्ष रखने में होने वाली झिझक को दूर करे और विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि उनको अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसी अनुसार कड़ी मेहनत करनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन विजय कसोटिया ने किया। इस अवसर पर कार्यालय अधीक्षक संजय महर्षि सहित छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।