अंबेडकर नगर
जिले का मौसम मंगलवार को अचानक बदल गया। घने बादलों के साथ हल्की बूंदाबांदी ने ठिठुरन बढ़ा दी। अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। ठंड से बचने के लिए लोग जगह-जगह अलाव का सहारा लेते दिखे।
वहीं, मुख्य सड़कों और बाजारों में भी जल्दी ही सन्नाटा पसर गया।
यूं तो सोमवार शाम से ही गलन का दौर शुरू हो गया, लेकिन मंगलवार सुबह से ही मौसम में ज्यादा परिवर्तन हुआ। सुबह की शुरुआत गलन व कड़ाके की ठंड से हुई। सुबह नौ बजे तक धूप ही नहीं निकली। कुछ देर बाद 10 बजे करीब हल्की धूप निकली। बाद में एक बार फिर से बादल छा गए। शाम होते-होते बूंदाबांदी भी शुरू हो गई। साथ ही सर्द हवाएं भी चलने लगीं। इसके चलते तेजी से तापमान में गिरावट हुई। ऐसे में दिसंबर माह में मंगलवार का दिन सबसे ठंडा रहा।
बूंदाबांदी और ठंड बढ़ने के चलते ही शाम होते-होते बाजारों में सन्नाटा पसर गया। अकबरपुर नगर के प्रमुख बाजार शहजादपुर, बस स्टेशन क्षेत्र के अलावा जलालपुर, बसखारी, टांडा, भीटी, कटेहरी, बसखारी समेत अन्य प्रमुख बाजारों की दुकानें बंद हो गईं। इससे प्रमुख मार्ग पर ही सन्नाटा दिखा। अकबरपुर नगर के अयोध्या मार्ग, पुराने तहसील तिराहा, फव्वारा तिराहा, शहजादपुर चौक, बस स्टेशन क्षेत्र के अलावा जिले के अन्य क्षेत्रों में अलाव जलने लगे। लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेते दिखे।
रेलवे व बस स्टेशन पर दुबके रहे यात्री
ठंड बढ़ने से अकबरपुर रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन पर पहुंचे यात्री जगह-जगह दुबकने को मजबूर हुए। इन दोनों ही स्थानों पर अलाव की समुचित व्यवस्था न होने से यात्रियों को स्वयं ही अलाव की व्यवस्था करनी पड़ी। बस स्टेशन पर मिले रवींद्र कुमार व अर्जुन कुमार ने कहा कि अचानक ठंड बढ़ गई। यात्रियों को ठंड से बचाने के लिए जिम्मेदारों को चाहिए कि अलाव की बेहतर व्यवस्था करें। अकबरपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्री अरविंद कुमार ने कहा कि ट्रेन रात में आएगी। ऐसे में ठंड में ही इंतजार करने को मजबूर होना पड़ रहा है। अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं है। इससे और भी समस्या हो रही है।
आलू किसानों की बढ़ी चिंता
अचानक बदले मौसम के मिजाज ने आलू किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। किसानों का कहना है कि यदि तेज बारिश हुई तो इसका आलू की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। बारिश का दौर आगे भी जारी रहा तो मटर की फसल को भी नुकसान होगा। अकबरपुर के अरविंद कुमार व प्रदीप वर्मा ने कहा कि ठंड बढ़ने व आगे दिनों में कोहरा छाने की उम्मीद से गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा, लेकिन यदि बारिश तेज होती है तो आलू व मटर की फसल को नुकसान हो सकता है।