संबलपुर। उड़ीसा के संबलपुर जिले में एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में भारतीय जनता पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं की मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना संबलपुर-झारसुगुड़ा हाईवे पर हुई, जहां भाजपा नेताओं की कार को एक डंपर ने बार-बार टक्कर मारकर पलट दिया। मृतकों की पहचान गोशाला मंडल अध्यक्ष देबेंद्र नायक और पूर्व सरपंच मुरलीधर छुरिया के रूप में हुई है।
सड़क से साजिश तक का शक:
दुर्घटना में घायल भाजपा कार्यकर्ता सुरेश चंदा ने दावा किया है कि यह हादसा नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश है। सुरेश के अनुसार, डंपर ने उनकी कार को हाईवे पर दो बार टक्कर मारी, जिसके बाद कार चालक ने वाहन को ग्रामीण सड़क की ओर मोड़ने की कोशिश की। लेकिन डंपर चालक ने पीछा करते हुए तीसरी बार उनकी कार को टक्कर मारी, जिससे वाहन पलट गया और अंदर बैठे लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सुरेश ने कहा, “तीसरी टक्कर के बाद मैं बेहोश हो गया।”
पूर्व विधायक का आरोप:
घायलों से मिलने पहुंचे भाजपा के पूर्व विधायक नौरी नायक ने इसे सड़क दुर्घटना के बजाय एक सुनियोजित हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि मृतक भाजपा नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाया गया है। नायक ने कहा, “यह कोई साधारण दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या की साजिश है। पुलिस जांच से सच्चाई सामने आएगी।”
पुलिस ने शुरू की गहन जांच:
दुर्घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और मामले की हर दृष्टिकोण से जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में डंपर चालक की लापरवाही सामने आई है, लेकिन जानबूझकर टक्कर मारने के आरोपों की भी पड़ताल की जा रही है।
भाजपा नेताओं की दुखद मौत से शोक की लहर:
देबेंद्र नायक और मुरलीधर छुरिया की मौत से भाजपा के स्थानीय और राज्य स्तरीय नेताओं में शोक की लहर है। दोनों नेता पार्टी के मजबूत स्तंभ थे और अपनी सक्रियता और जनता के साथ जुड़ाव के लिए जाने जाते थे।
मामले की स्थिति:
घायलों का इलाज जारी है और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं और परिजनों ने न्याय की मांग करते हुए दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की अपील की है।
मुख्य बिंदु:
- घटना स्थान: संबलपुर, उड़ीसा
- मृतक: गोशाला मंडल अध्यक्ष देबेंद्र नायक, पूर्व सरपंच मुरलीधर छुरिया
- घायल: चार लोग, जिनमें भाजपा कार्यकर्ता सुरेश चंदा शामिल
- आरोप: जानबूझकर हत्या की साजिश
- पुलिस कार्रवाई: मामले की गहन जांच जारी
यह घटना भाजपा के लिए एक बड़ा झटका है और स्थानीय राजनीति में हलचल पैदा कर गई है।