
आलापुर (अंबेडकर नगर) शहनाई बजने की तैयारी में जुटे मां बाप को बेटी की अर्थी उठानी पड़ी और बेटी की डोली उठने से पहले ही अर्थी उठ गई सारी तैयारियां व्यर्थ साबित हो गई। मालूम हो थाना क्षेत्र राजेसुल्तानपुर अंतर्गत ग्राम नथमलपुर हेठरिया निवासी संजना विश्वकर्मा पुत्री बृजेश विश्वकर्मा उम्र लगभग 19 वर्ष जो इंटर की छात्रा थी और परीक्षा दे रही थी ने घर पर कमरे में पंखे में फंदा लगाकर अपनी जान दे दिया उसकी शादी की तिथि पक्की थी और घर में शहनाई बजने की पूरी तैयारी चल रही थी। मृतका का पेपर चल रहा था और वह दो पेपर की परीक्षा देकर 28/2/25को दोपहर में कमरे में लगे पंखे से अपने गले में दुपट्टा का फंदा लगाकर अपनी जान दे दिया। परिजनों की माने तो दोनों पेपर सही नहीं हुआ था जिससे वह काफी चिन्तित थी और जब घर पर कोई नहीं था तो उसने कमरे में लगे पंखे से फंदा लगाकर लटक गई और अपनी जान दे दिया। मृतका की मां सुनीता पिता बृजेश विश्वकर्मा अपनी पुत्री की शादी की तैयारियों में लगे हुए थे जिसकी शादी आगामी 10 मई को सुनिश्चित थी और मंगनी वरीक्षा सम्पन्न हो चुकी थी। मृतका के इकलौते भाई बंश जो बहन के हाथ पीले कर लाल जोड़े में ससुराल विदा करने के लिए दिनरत लगा हुआ था उसे अपनी बहन को लाल कफन में कंधा देना पड़ा। मृतका की छोटी बहन ईशा जो प्राथमिक विद्यालय में पढ़ती है वह शादी में पहनने के लिए अभी से आटो रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण करने वाले पिता से एक एक सामान लाने के लिए अपने पिता और भाई से रोजाना मांग कर रही थी। घटना के बाद से परिवारीजनों का रो-रो कर बुरा हाल है मां सुनीता की आंखे बेटी को डोली में विदा करने से पहले अर्थी पर भेजने का गम शूल बनकर टीस रहा है और वह ईश्वर को उलाहना देते हुए पूछ रही है कि आखिर उनकी खुशियों पर किसकी नजर लग गई। घटना के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग हतप्रभ हैं।