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होली जरूर खेले , अपने स्वास्थ्य का ध्यान भी रखें

वंदेभारतलाइवटीवी न्युज नागपुर:- ” हमारे सभी पाठकगणों को प्रेम भाईचारे, रंगों उमंगों का त्योहार होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं ।। होली का त्योहार अति पावन आपसी प्रेम भाईचारे को बढ़ाने वाला त्योहार है। होली त्योहार का बच्चो बुजुर्गों महिलाओं सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है। फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष पूर्णिमा के दिन रात में होलिका दहन किया जाता है। इसके दूसरे दिन धुरेड़ी मनाई जाती है होली त्योहार पर रंग बिरंगी रोगों के साथ एक दूसरे को रंगते हुए खेली जाती है। खुशियों उमंगों का यह त्योहार होली आए और रंगों के बिना इसे मनाए ऐसा नही हो सकता । खुशियों का त्योहार होली जमकर खेलना मनाना चाहिए परंतु होली पर उपयोग मे लाए जाने वाले रंगों से सावधानी रखना भी बहुत ज़रूरी होता है। होली पर सावधानी नही बरतने पर हमारे शरीर और स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव भी हो सकता है। आजकल बाजार में अनेक तरह के रसायन युक्त रंग गुलाल बिकते हैं। जो कि हमारे शरीर की त्वचा के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकते हैं। इन रासायनिक रंगों से त्वचा की कई तरह की बीमारियां भी उत्पन्न होनी शंका रहती है। ऐसी समस्या परिस्थिति उत्पन्न न हो इसलिए होली पर सावधानी भी जरूरी है। होली खेलने से पहले अपने पूरे शरीर में नारियल सरसों का तेल जरूर लगाना चाहिए इससे हमरी त्वचा को हानिकारक रसायनों से सुरक्षा मिल सकती है। बाजार में मिलने वाले रसायन युक्त रंगों गुलाल अबीर पेंट का उपयोग न करते हुए प्राकृतिक रूप से बने हुए हर्बल रंग गुलाल का प्रयोग करना ज्यादा बेहतर रहता है। रंगों गुलाल आदि से होली खेलते समय पर सदैव यह ध्यान रखना चाहिए कि आंख मुंह में रंग गुलाल आदि जाने से बचे। होली पर एक दूसरे को रंग गुलाल आदि लगाते समय रंग गुलाल बिना रगड़े हाथों से लगाना चाहिए जिससे हमारी त्वचा छीलती नहीं है और बाद में रंग गुलाल आसानी से छूट भी जाते हैं। जहां तक हो सके हमेशा सुखा होली मतलब रंग गुलाल से ही खेलना चाहिए। पानी से युक्त रंग आदि से होली खेलने पर अनेक प्रकार की समस्या सर्दी बुखार त्वचा संबंधी संक्रमण की संभावना रहती है। होली पर केमिकल का उपयोग नहीं करना चाहिए इससे नुकसान होता है। होली खेलने के बाद त्वचा रूखी हो जाती है इसलिए अच्छे मॉइश्चराइजर अथवा नारियल के तेल का उपयोग दो तीन दिनों तक शरीर पर लगाना चाहिए। होली के त्योहार पर घरों में अनेक प्रकार के पकवान मिठाईयां आदि भी बनाई जाती है । इनके ज्यादा खाने से भी स्वास्थ्य की समस्या हो सकती है। हमेशा हल्का भोजन लेना चाहिए। अधिक मिठाई और पकवान तले हुए मसाला युक्त पकवान से बचना चाहिए। होली पर बार बार मिठाई पकवान आदि नही खाना चाहिए होली खाने पीने लोगों से मिलने जुलने का अवसर होता है। होली पर पार्टियों का अवसर भी मिलता है। होली त्योहार की खुशियों में खाने पीने से परहेज भी अति आवश्यक होता है। होली के अवसर पर अधिकतर लोग अपने मित्रों रिश्तेदारों से मिलकर खुशी जाहिर करते हैं। इस अवसर पर नशीले पदार्थों शराब गांजा आदि का प्रयोग भी करते हैं जो कि बेहद हानिकारक हो सकते हैं। त्योहार के दौरान कोल्ड ड्रिंक के सेवन भी बचना चाहिए। होली के मौके पर बच्चे पिचकारी रंग से होली खेलते हैं। बच्चे गुब्बारे से भी होली खेलते हैं। इन गुब्बारों में रंग और पानी भरा रहता है। जिसे बच्चे एकदूसरे पर उछालते हैं। अचानक से पानी रंग भरे इन गुब्बारों से हादसे की भी संभावना रहती है। चोट लगने कोई हादसा ना हो इसलिए होली के अवसर पर बच्चों को इन गुब्बारों से खेलने से बचाना चाहिए। होली खेलते समय शरीर पर पूरे कपड़े धारण करने चाहिए इससे रंगों से त्वचा की रक्षा होती है। होली खेलते समय ध्यान रखना चाहिए कि रंग गुलाल आदि मुंह के अंदर न जाए खतरनाक हो सकता है। मार्च का महिना सर्दी गर्मी का मिला जुला मौसम भरा रहता है। ऐसे में घंटों तक गीले कपड़ों मे रहना नुकसानदायक हो सकता है। बच्चों को अधिक देर तक गीले कपड़ों में न रहने दें ज्यादा पानी से होली खेलने से भी बचना चाहिए। होली जरूर खेले पर इससे किसी को शारीरिक मानसिक आर्थिक नुकसान न पहुंचें इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए। ।। अंत में सभी पाठक बंधुओं को एकबार फिर से होली त्योहार की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं। स्वस्थ रहें प्रसन्न रहें सदा मुस्कुराते रहें।

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