दरभंगाबिहार

बिहार में महिलाओं के लिए एक नई क्रांति की शुरुआत!

महिला संवाद कार्यक्रम से दरभंगा में महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण, आरक्षण, शिक्षा और पोशाक योजनाओं के माध्यम से नई पहचान मिल रही है।

बढ़ते कदमों की आहट है ‘महिला संवाद’
आरक्षण, शिक्षा और पोशाक योजनाओं से बेटियों को मिल रही नई पहचान
महिलाओं ने रखी जीविका ड्रेस कोड की मांग, सशक्त पहचान के लिए एकजुट हुईं दीदियाँ

दरभंगा, 30 अप्रैल 2025: दरभंगा जिले में 18 अप्रैल 2025 से लगातार चल रहे ‘महिला संवाद’ कार्यक्रम के तहत महिलाओं और बालिकाओं के सामाजिक व आर्थिक सशक्तिकरण को लेकर जागरूकता फैलाने का कार्य हो रहा है। इस कार्यक्रम के जरिए महिलाएं न केवल अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रही हैं, बल्कि वे सामाजिक बदलाव की वाहक भी बन रही हैं। बुधवार को आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में ग्राम संगठनों की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु चलाई जा रही योजनाओं और आरक्षण व्यवस्था पर गहन चर्चा की।

महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया गया है, जिससे वे नेतृत्व के क्षेत्र में अपनी प्रभावशाली भागीदारी दिखा रही हैं। प्रारंभिक शिक्षक भर्ती में भी महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। इसके साथ-साथ बिहार पुलिस और अन्य सरकारी सेवाओं में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण और खेल विश्वविद्यालयों में 33 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है, जिससे महिलाओं का आत्मविश्वास और सशक्तिकरण बढ़ा है।

कार्यक्रम में ‘मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना’ का उल्लेख भी हुआ, जिसके तहत सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाली बालिकाओं को पोशाक की राशि दी जाती है। इस योजना के कारण छात्राओं की विद्यालयों में उपस्थिति बढ़ी है और उन्हें समान पोशाक मिलने से हीन भावना दूर हुई है। कार्यक्रम में भाग ले रहीं जीविका दीदियों ने जीविका के लिए विशेष ड्रेस कोड की मांग रखी, ताकि उनकी पहचान और मजबूत हो सके और वे आत्मनिर्भर बन सकें।

‘महिला संवाद’ कार्यक्रम अब महिलाओं के लिए एक नया मंच बन चुका है, जहां वे अपने विचार साझा करती हैं, योजनाओं का लाभ उठाती हैं और जिले के विकास में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। दरभंगा की धरती पर अब महिलाओं और बालिकाओं के बढ़ते कदमों की आहट सुनाई दे रही है।

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