
अक्षय तृतीया पर दरभंगा में बाल विवाह रोकने को लेकर चला व्यापक जागरूकता अभियान, जिला प्रशासन व महिला विकास इकाई सक्रिय
दरभंगा, 30 अप्रैल 2025 :-
अक्षय तृतीया के अवसर पर दरभंगा जिले में बाल विवाह जैसी सामाजिक कुप्रथा को जड़ से खत्म करने के लिए एक सशक्त जागरूकता अभियान चलाया गया। यह पहल जिला पदाधिकारी के निर्देशानुसार, महिला एवं बाल विकास निगम के जिला हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ वीमेन एवं वन स्टॉप सेंटर (OSC) के संयुक्त तत्वावधान में चलाई गई।
इस अभियान के तहत हायाघाट प्रखंड के अकबरपुर पंचायत–चन्दनपट्टी स्थित आंगनवाड़ी केंद्र परिसर में बाल विवाह के खिलाफ विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला मिशन समन्वयक ऋषि कुमार ने की। उन्होंने बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 का उल्लेख करते हुए इसे दंडनीय अपराध बताया और कहा कि समय पर सूचना देने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1098, 181 और 112 पर संपर्क किया जा सकता है।
ऋषि कुमार ने कहा, “बाल विवाह केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि यह बच्चों के जीवन और अधिकारों पर गहरी चोट है। इससे न केवल शिक्षा और स्वास्थ्य प्रभावित होता है, बल्कि यह घरेलू हिंसा, बाल श्रम और ट्रैफिकिंग जैसे गंभीर अपराधों का कारण भी बनता है।”
कार्यक्रम में बाल विवाह के दुष्परिणामों पर गहराई से चर्चा की गई और बताया गया कि कैसे यह कुप्रथा बच्चों को उनके सपनों और भविष्य से वंचित कर देती है। उन्होंने कहा कि धर्मगुरुओं, सामाजिक संगठनों और आमजन का सहयोग इस अभियान को नई दिशा दे रहा है।
इस मौके पर महिला पर्यवेक्षिका खुशबू कुमारी, आंगनवाड़ी सेविका सबीला खातून, सहायिका समेत दर्जनों महिलाएं और बच्चे उपस्थित रहे।
इसी प्रकार, बहादुरपुर प्रखंड के तारलाही पंचायत में भी OSC की केंद्र प्रशासक श्रीमती अजमतुन निशा के नेतृत्व में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें लोगों को बाल विवाह के खिलाफ सचेत किया गया।
जिला प्रशासन की यह पहल “बाल विवाह मुक्त बिहार” की दिशा में एक ठोस कदम माना जा रहा है।
अभियान के तहत आम नागरिकों को दरभंगा स्थित OSC कार्यालय में संपर्क करने और किसी भी महिला या बाल संबंधित समस्या को लेकर उचित सहायता प्राप्त करने की जानकारी भी दी गई।
बाल विवाह एक ऐसा शोषण है जो बच्चों के बचपन, अधिकार और भविष्य तीनों को निगल जाता है। इसे जड़ से मिटाने के लिए समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा।