दरभंगाबिहार

बाल श्रम रोकने के लिए दरभंगा में एक्शन प्लान तैयार

दरभंगा में बाल श्रम निषेध पर जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक, जहां बाल श्रमिकों के पुनर्वास और जागरूकता पर चर्चा हुई।

दरभंगा में बाल श्रम निषेध पर जिला स्तरीय टास्क फोर्स की अहम बैठक

दरभंगा, 21 मई 2025: अम्बेडकर सभागार में जिला पदाधिकारी श्री राजीव रौशन के निर्देशानुसार, बाल श्रम निषेध को लेकर एक दिवसीय जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता अपर समाहर्ता राजस्व नीरज कुमार दास ने की। इसमें बाल श्रम से जुड़े सभी हितधारक और जिले के उच्च पदाधिकारी मौजूद रहे।

श्रम अधीक्षक किशोर कुमार झा ने स्वागत भाषण में बाल श्रम के खिलाफ अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दी। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 39 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया, जिनमें 5 अन्य जिलों के और 34 दरभंगा जिले के बच्चे थे। इन बच्चों को कैश और नॉन-कैश कंपोनेंट के तहत पुनर्वासित किया गया। वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक 7 बाल श्रमिकों को मुक्त कर पुनर्वास की प्रक्रिया जारी है।

श्रम अधीक्षक ने कहा कि बाल श्रम के साथ-साथ मानव तस्करी भी एक गंभीर समस्या है, जो समाज के लिए कलंक है। अपर समाहर्ता ने संविधान में बाल श्रम निषेध के प्रावधानों का उल्लेख करते हुए कहा कि समाज से इस कुप्रथा को समाप्त करने के लिए सभी को संकल्पित और प्रतिबद्ध होना होगा।

बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती सीता देवी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग सुश्री नेहा कुमारी समेत कई अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे। सभी से आह्वान किया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता फैलाएं और इस काले कुप्रथा को खत्म करने में सहयोग करें।

Back to top button
error: Content is protected !!