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हाइवा की चपेट में आने से एक युवक की इलाज के दौरान मौत

हाइवा की चपेट में आने से एक युवक की इलाज के दौरान मौत

दुमका हंसडीहा मुख्य मार्ग पर हंसडीहा थाना क्षेत्र अंतर्गत नोनीहाट के चापातरी गाँव के समीप सोमवार की सुबह करीब 10:30 बजे हाइवा की चपेट में आने से एक युवक के गंभीर रूप से घायल हो जाने तथा इलाज के दौरान मृत्यु हो जाने की घटना प्रकाश में आई है। मिली जानकारी के अनुसार हाइवा (डीडी 01 एक्स 9670) हंसडीहा की ओर से दुमका की ओर जा रहा था वहीं मोटरसाइकिल (जे एच 17 डी 5257) दुमका की ओर से हंसडीहा की ओर अपने गांव लकड़ाटाँड़ जा रहा था। नोनीहाट चौक पार करने के बाद नशे में धुत्त हाईवा चालक वाहन से अपना नियंत्रण खो बैठता है। और चापातरी के समीप सड़क की दूसरी ओर से आ रहे मोटरसाइकिल को टक्कर मार देता है। जिसमे एक युवक गंभीर रूप से घायल हो जाता है। हाइवा की रफ्तार इतनी तेज होती है कि वह सड़क किनारे बने डिवाइडर को लगभग 35 मीटर तक तोड़ कर सड़क के दूसरे ओर बने सर्विस रोड में जा घुसती है। जहाँ पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का ग्राहक सेवा केंद्र भी मौजूद है। यह तेज़ रफ़्तार हाइवा ग्राहक सेवा केंद्र के पास खड़े एक मोटरसाइकिल (जे एच 04 एक्स 9442) तथा एक साइकिल को भी रौंद कर इनके परखच्चे उड़ देता है। इस घटना की जानकारी हंसडीहा थाना पुलिस को दि जाती है। लेकिन हंसडीहा थाना पुलिस काफि देर बाद घटनास्थल पर पहुँचती है। घायल युवक के त्वरित इलाज के लिए एम्बुलेंस से संपर्क किया जाता है। लेकिन एम्बुलेंस सेवा के द्वारा यह कहा जाता है कि घटनास्थल पर पहुँचने में 1 से 2 घंटे का समय लगेगा। ततपश्चात ग्रामीणों के द्वारा ही एक ई रिक्शा पर घायल युवक को बैठाकर त्वरित उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नोनीहाट ले जाया जाता है। लेकिन युवक की स्थिति को नाज़ुक होता देख स्वस्थ केंद्र में यह बोल दिया जाता है, कि इसे जितनी जल्दी हो सके बड़े किसी बड़े अस्पताल में ले जाइए। इतना सब कुछ बित जाने के बाद हंसडीहा थाना पुलिस घटना स्थल पर पहुँचती है । और उसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नोनीहाट पहुंचती है और घायल युवक को अपने थाना की गाड़ी में बैठा कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरैयाहाट लेके चली जाती है। जहाँ पर इलाज के दौरान घायल युवक की मृत्यु हो जाती है। मृत युवक की पहचान अमित कोड़ा (20 वर्ष) पिता बिहारी कोड़ा ग्राम लकडाटाँड़ निवासी के रूप में हुई है। इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा दुमका हंसडीहा मुख्य मार्ग को लकड़ाटाँड़ के समीप जाम कर दिया जाता है। जिस वजह से करीब 1.5 घंटे तक यातायात बाधित रहती है। सरैयाहाट प्रखंड विकास पदाधिकारी महेश्वरी प्रसाद यादव के नेतृत्व ग्रामीणों को काफी समझाने बुझाने के बाद ग्रामीणों के द्वारा जाम को तोड़ा गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी सरैयाहाट के द्वारा तत्काल राहतकोष से 10 हजार रुपया मृतक के परिजनो को दिया गया. और ग्रामीणों को बताया कि हिट एंड रन केस में राहतकोष से एक लाख की राशी मिलने का प्रावधान है बाकी 90 हजार रुपये कागजी प्रक्रिया के बाद परिजनो के खाते में दिया जाएगा। सड़क जाम की जानकारी मिलते ही हँसडीहा थाना प्रभारी प्रकाश कुमार सिंह अपने दल बल के साथ ग्राम लकड़ाटाँड़ पहुँचे एवं सड़क जाम तोड़े जाने तक वहां मौजूद रहे और सारी प्रक्रिया पुरी हो जाने के बाद यातायात को करीब 1 बजकर 20 मिनट पर फिरसे बहाल किया गया। इस घटना के बाद एक बार फिर प्रशासन की कार्यशैली पर तथा सड़क सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। हो सकता है कि अगर हंसडीहा पुलिस समय रहते घटनास्थल पर पहुंचते या फिर नोनीहाट में एम्बुलेंस सेवा सक्रिय रहता तो इस युवक की जान को बचाया जा सकता था। अब सवाल यहाँ यह खड़ा होता है कि प्रशासन की नज़र में एक आम आदमी के जान की कीमत कितनी है। लगातार हो सड़क हादसों को रोकने के लिए कोई सख्त कानून क्यों नहीं बनाया जा रहा है। नशे धुत बड़े वाहन चालको पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं किया जा रहा है।

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