
वंदेभारतलाइवटीव न्युज-: प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार केन्द्र सरकार जातीय जनगणना का कार्य दो चरणों मे करवाएगी। केंद्रीय गृहमंत्रालय ने आज बुधवार 04 जून खो बतलाया कि जातीय जनगणना का प्रथम चरण की शुरुआत 01 अक्टूबर 2026से होगी। प्रथम चरणा में 4 पहाड़ी राज्यों-: लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, तथा हिमाचल प्रदेश मे जातीय जनगणना होगी। दूसरे चरण में 01 मार्च 2027 से शुरू होगा। दूसरे चरण में देश के बाकी राज्यों में जातीय जनगणना की जायेगी। गृहमंत्रालय ने प्रेस रिलीज में बतलाया कि जातियों की गणना के साथ ही देश की जनगणना कार्य भी कराए जाने का निर्णय लिया गया है। इससे संबंधित जानकारी 16 जून 2025 को आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित किया जा सकता है।।ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने 30 अप्रैल 2025 को देश में जातीय जनगणना कराए जाने की घोषणा की थी। भारत में आजादी मिलने के बाद यह पहली जातीय जनगणना होगी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव जी ने कहा कि जातीय जनगणना को मूल जनगणना के साथ साथ करवाया जायेगा। देश में पिछली बार जनगणना कार्य वर्ष 2011 में किया गया था। जनगणना कार्य प्रति दस वर्ष में एक बार किया जाता है। वर्ष 2021 में जनगणना होनी थी किन्तु उस समय देश में कोरोना महामारी का प्रकोप के चलते इसे टाल दिया गया था। प्राप्त जानकारी अनुसार केंद्र सरकार जातीय जनगणना से पहले जातियों की एक सूची तैयार करेगी जिससे जातियों का सही सही आंकड़ा एकत्रित हो सकेगा। जातियों पल राजनीतिक सहमति बनाने के लिए इसे सर्वदलीय बैठक में रखा जायेगा। सभी जातियों की मान्य सूची जरूरी है क्योकि अनुसूचित जाति एवं जनजाति तो गणना में पहले से है। अन्य दूसरे पिछड़े वर्ग की जातियों पर संदेह है। कांग्रेस पार्टी सहित अन्य दूसरे विपक्षी पार्टियों ने जातीय जनगणना कराए जाने की मांग लंबे समय से करते आ रहे हैं। अब जातीय आधारित जनगणना कराए जाने पर केंद्र की नरेंद्र मोदी जी की सरकार तैयार हो गई है।