
वंदेभारतलाइवटीव न्युज-: उत्तरप्रदेश के अयोध्या श्रीराम मंदिर में राम दरबार की अभिजीत मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है। प्राप्त हुई जानकारी अनुसार प्राण प्रतिष्ठा का शुभ कार्य आज गुरूवार 05 मई 2025, 11:25 बजे लेकर 11:40 बजे के बीच संपन्न की गई। रामलला के गर्भगृह के ऊपर प्रथम तल पर राम दरबार बनाया गया है। राम दरबार में भगवान श्रीराम, मां जगदम्बा सीता, भाई लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न के साथ रामभक्त हनुमान जी की प्रतिमा भी स्थापित की गई है। जानकारी अनुसार राम दरबार के लिए सूरत के व्यवसायी मुकेश पटेल ने सोने चॉदी एवं हीरे के आभूषण दान स्वरूप दिए हैं। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने रामजन्म भूमि मंदिर के प्रथम तल पर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के पहले राम दरबार के समक्ष पूजा वंदना की। आज राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा में लगभग तीन सौ पचास लोगों को आमंत्रित किया गया। जानकारी अनुसार राम दरबार की मूर्तियों को राजस्थान के जयपुर में तैयार किया गया है। ये मूर्तियां जयपुर के मकराना के सफेद संगमरमर पत्थर से बनी हुई हैं , जिसमे भगवान श्रीराम और माता सीता जी सिंहासन पर विराजमान हैं। भरत और हनुमान जी भगवान श्रीराम जी के चरणों के पास बैठे हुए है। जानकारी अनुसार मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार के साथ ही अन्य उप मंदिरों मे भी स्थापित मूर्तियों की भी प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी। इनमे परकोटा के ईशान भाग पर शिवलिंग आग्नेय कोण मे श्रीगणेश जी, दक्षिणी भुजा के मध्य मे हनुमान जी, नैऋत्य कोण मे सूर्यदेव, वायव्य कोण मे मां भगवती , उत्तरी भूजा के मध्य मे माता अन्नपूर्णा देवी के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इन सबके अलावा सप्त मंडपम में बने हुए उप मंदिरों में महर्षि वाल्मिकी, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्तय, महर्षि वशिष्ठ, निषादराज, अहिल्या, शबरी, आदि मूर्ति भी स्थापित की गई है। इन सबके अनुष्ठानों के कार्यक्रम की शुरुआत 03 जून मंगलवार से हो चुकी है। राम दरबार और परकोटे के मध्य मे बने हुए देवी देवताओं के 06 मंदिरों के साथ शेषावतार मंदिर में भी लक्षण जी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी। शेषावतार मंदिर का अभी निर्माण कार्य होना है इसके जुलाई तक पूर्ण होने की उम्मीद है। इसके गर्भगृह का निर्माण हो गया था इसलिए श्रीराम मंदिर ट्रस्ट ने वैदिक विद्वानों से राय लेकर इसमे लक्षण जी की मूर्ति की स्थापना करा दी है। श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के अनुसार मंदिर का पूरा कार्य दिसंबर 2025 तक होगा।